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New Year 2025: नए साल 2025 में सुख-समृद्धि के लिए पूजा-विधि और उपाय

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 28 Dec 2024 11:39:16 PM IST

New Year 2025: नए साल 2025 में सुख-समृद्धि के लिए पूजा-विधि और उपाय

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New Year 2025: नया साल 2025 बुधवार से प्रारंभ हो रहा है। हर कोई चाहता है कि उनका आने वाला साल सुख-समृद्धि और खुशियों से भरपूर हो। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, नए साल के आगमन के समय विशेष पूजा-अर्चना करने से जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं। खरगोन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ. बसंत सोनी ने नए साल पर विशेष पूजा-विधि और उपाय सुझाए हैं।


अष्ट लक्ष्मी की पूजा का महत्व:

अष्ट लक्ष्मी, माता लक्ष्मी के आठ स्वरूप हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में कृपा प्रदान करती हैं:

आदि लक्ष्मी: सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति।

धन लक्ष्मी: धन और वैभव का आशीर्वाद।

धन्य लक्ष्मी: फसल और अन्न की समृद्धि।

गज लक्ष्मी: सामर्थ्य और ऐश्वर्य।

संतान लक्ष्मी: संतान सुख।

विद्या लक्ष्मी: शिक्षा और ज्ञान की प्राप्ति।

धैर्य लक्ष्मी: मानसिक शांति और साहस।

विजय लक्ष्मी: जीवन के हर क्षेत्र में सफलता।


महालक्ष्मी की आराधना के लिए विष्णु पूजा का महत्व:

ज्योतिषी डॉ. सोनी के अनुसार, देवी महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करना अनिवार्य है।

भगवान विष्णु और महालक्ष्मी का संबंध पति-पत्नी का है।

यदि केवल महालक्ष्मी की पूजा की जाए और विष्णु की उपेक्षा हो, तो लक्ष्मी स्थिर नहीं रहतीं।

भगवान विष्णु की आराधना से महालक्ष्मी स्वयं प्रसन्न होकर घर में स्थिर हो जाती हैं।


पूजा की विधि:

पूजा का समय:

31 दिसंबर 2024 की रात 12 बजे (1 जनवरी 2025 से पहले की मध्य रात्रि)।


पूजा स्थल की तैयारी:

पूजा स्थल को साफ करें।

देवी-देवताओं की मूर्ति या चित्र को लाल कपड़े पर स्थापित करें।


सामग्री:

धूप, दीप, पुष्प, चंदन, सिंदूर, कपूर।

गाय का घी और कुमकुम।

तुलसी के पत्ते।


पूजा क्रम:

विष्णु भगवान की आरती करें।

देवी महालक्ष्मी को लाल पुष्प और अक्षत चढ़ाएं।

अष्ट लक्ष्मी का ध्यान करें और “श्री सूक्त” का पाठ करें।

अपने कुल देवी-देवताओं और पूर्वजों का स्मरण करें।


विशेष मंत्र:

विष्णु भगवान के लिए:

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः।  


महालक्ष्मी के लिए:

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।  

नए साल में तरक्की के उपाय:


धन वृद्धि:

नए साल के पहले दिन गरीबों को अन्न, कपड़े और धन का दान करें।


सकारात्मक ऊर्जा:

घर में तुलसी का पौधा लगाएं और रोजाना उसकी पूजा करें।


सुख-शांति:

गंगाजल का छिड़काव करें और घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाएं।


पारिवारिक सुख:

पूजा के समय पूरे परिवार को शामिल करें और सामूहिक प्रार्थना करें।

नए साल पर मध्य रात्रि में विष्णु भगवान और महालक्ष्मी की आराधना करने से जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का आगमन होता है। यह पूजा न केवल धन-वैभव लाने में सहायक है, बल्कि पारिवारिक खुशहाली और मानसिक शांति भी प्रदान करती है। नए साल को सकारात्मकता और शुभता के साथ आरंभ करें।