KOLKATA : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले प्रशांत किशोर ने बीजेपी को बंगाल की जमीन पर अपना ट्रेलर दिखा दिया है. पश्चिम बंगाल के 3 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप करते हुए जीत हासिल कर ली है. इस जीत को प्रशांत किशोर की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. प्रशांत किशोर की कंपनी आईपैक लगातार तृणमूल कांग्रेस के लिए काम कर रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद पीछे की तरफ से तैयार की गई रणनीति पर विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं.
जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार ममता बनर्जी के साथ मिलकर बीजेपी को बंगाल की सियासत में पठखनी देने की रणनीति बना रहे हैं. बंगाल में 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ जिसमें प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीति तय की और सभी सीटों पर टीएमसी उम्मीदवारों की जीत हुई है. यह जीत इसलिए भी बड़ी हो जाती है क्योंकि खड़गपुर सदर की सीट बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के बीच हुआ करती थी, लेकिन अब यहां से टीएमसी में जीत हासिल कर ली है. प्रशांत किशोर ने अपनी रणनीति से ना केवल बीजेपी को बंगाल में छका दिया है बल्कि कांग्रेस को भी पीके के आगे शिकस्त खानी पड़ी है. कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले कालियागंज विधानसभा सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को जीत मिली है जबकि करीमपुर विधानसभा की सीट तृणमूल कांग्रेस के पास रही है.
बीजेपी लगातार पश्चिम बंगाल में खुद को मजबूत करने में जुटी हुई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर पीएम मोदी तक मिशन बंगाल पर जुटे हैं. पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन प्रशांत किशोर ने जिस तरह उपचुनाव में ममता दीदी को क्लीन स्वीप दिलाई है उसके बाद बीजेपी मुश्किल है बढ़ गई हैं.