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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 27 Nov 2024 12:08:08 PM IST
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PATNA : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज (बुधवार) तीसरा दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद प्रश्नउत्तर काल कार्य स्थगन प्रस्ताव में वफ्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर चर्चा की मांग की गई। लेकिन विधानसभा के स्पीकर ने इस विषय पर चर्चा से इंकार कर दिया। स्पीकर ने कहा कि यह मामला भारत सरकार से जुड़ा हुआ है। इसलिए इसपर चर्चा से कोई मतलब यहां नहीं रह जाता। उसके बाद विपक्ष के विधायक सदन के अंदर हंगामा करने लगे। इस दौरान उन्होंने वर्तमान सरकार को तानाशाही सरकार बताया। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक यानी भोजनावकाश तक स्थगित कर दिया है।
दरअसल, बिहार विधानसभा के अंदर प्रश्न उत्तर काल के बाद कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा किया जाता है। ऐसे में आज विपक्ष के विधायकों की तरफ से कार्यस्थगन प्रस्ताव दिए गए थे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने यह निर्देश दिया कि स्थगन प्रस्ताव में जो बातें कही गई है वह बिहार से जुड़ा हुआ नहीं है इसलिए इस विषय पर चर्चा नहीं होगी। लिहाजा विपक्ष के विधायक हंगामा करना शुरू कर दिया और इस पर चर्चा की मांग करने लगे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसको लेकर साफ इनकार किया और नियमावली का भी हवाला दिया। उसके बाद भी विपक्ष के विधायक शांत नहीं हुई तो स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इससे पहले भी सदन की कार्यवाही से पहले विधानसभा परिसर में बैनर-पोस्टर लेकर महागठबंधन के विधायकों ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. आरजेडी विधायक व मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम साहिन ने कहा कि यह विधेयक केंद्र सरकार वापस ले। नीतीश कुमार इस पर चुप्पी तोड़ें। विधानसभा से खिलाफ में प्रस्ताव पारित करें। वक्फ की संपत्ति केंद्र सरकार हड़पना चाहती है।
उधर बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इसको लेकर कहा है कि महागठबंधन तुष्टीकरण की राजनीति कर रहा है। लैंड जिहाद वक्फ बोर्ड के नाम पर किया जाता है। नीतीश कुमार समेत सभी एनडीए दल संसद में इसका समर्थन करेंगे। बता दें वक्फ संशोधन विधेयक 2024 वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और संरक्षण से जुड़ा है। संसद के शीतकालीन सत्र में इसे पेश किया जाएगा. केंद्र सरकार के अनुसार विधेयक वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकेगा। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देश में जमकर राजनीति हो रही है। संसद से लेकर सड़क तक यह मुद्दा काफी गर्म रहा है. इंडिया गठबंधन, मुस्लिम संगठन भी विरोध कर रहे हैं।