PATNA : वीआरएस लेने के बाद बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपनी चुप्पी तोड़ी है. हालांकि डीजीपी रह चुके गुप्तेश्वर पांडे ने खुद वीआरएस के बाद यह कहा था कि वह आज शाम अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव आएंगे. लेकिन अपने सरकारी आवास के बाहर मीडिया का जमावड़ा देखते हुए गुप्तेश्वर पांडे ने उनसे बातचीत की है.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के बाद पहली बार बिहार में जंगलराज की याद लोगों को दिलाई है. गुप्तेश्वर पांडे ने कहा है कि बिहार के लोगों को और को नहीं भूलना चाहिए. जब यहां एके-47 के दम पर अपराधियों का बोलबाला था बिहार में पिछले 15 साल के अंदर बहुत कुछ बदला है और आज यहां रामराज्य वाली स्थिति है.
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि उन्होंने लोगों के सवालों से उठकर वीआरएस लेने का फैसला किया हर दिन उन्हें हजारों फोन आते थे कि क्या उन्होंने वीआरएस ले लिया है. हर दिन लोगों के सवालों का जवाब देना मुश्किल था. इसलिए उन्होंने खुद वीआरएस लेने का फैसला किया गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि उन्होंने पुलिस की सेवा पूरे निष्ठा के साथ की है और आगे जिस क्षेत्र में भी काम करेंगे निष्ठा बनी रहेगी.
वीआरएस लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने जिस तरह नीतीश सरकार के कसीदे पढ़े हैं वह इस बात का संकेत है कि वह अपनी राजनीतिक पारी खेलने को तैयार हैं. गुप्तेश्वर पांडे ने सुशांत सिंह राजपूत के को लेकर उन पर उठ रहे सवालों पर भी खुलकर अपनी राय रखी उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में जो कुछ हुआ वह बिहारी अस्मिता से जुड़ा सवाल था बिहार पुलिस के ऊपर जब सवाल उठे तो खुलकर सामने आ गए.