DESK: बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 20 फरवरी से जन विश्वास यात्रा पर हैं। पूरे बिहार का भ्रमण कर रहे हैं और अपनी बातें जनता के समक्ष रख रहे हैं। आज यात्रा का छठा दिन है। तेजस्वी आज वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी दौरे पर हैं। इस दौरान तेजस्वी यादव लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं।
कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री तो नहीं बने लेकिन डिप्टी सीएम रहते हुए सिर्फ 17 महीने में 5 लाख लोगों को मुख्यमंत्री के हाथों नौकरी दिलवाने का काम किये। जबकि नीतीश कुमार 2020 में कहते थे कि नौकरी कैसे देगा, पैसा अपने बाप के पास से लाकर देगा क्या? जन विश्वास यात्रा को लेकर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि ये पहली बार देख रहे हैं कि कोई बजट सत्र छोड़कर भाग गया है और बाहर जाकर ऊलूल-जलूल बोल रहा है।
उन्होंने कहा कि पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग के खेल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बंद कर दिया। अब बताईए मुख्यमंत्री का चलता है कि उपमुख्यमंत्री का चलता है जो मुख्यमंत्री चाहेगा वही होता है। जब तक नीतीश कुमार नहीं चाहेंगे तब एक नियुक्ति नहीं होगी। नीतीश कुमार चाहें तभी पांच लाख लोगों की नियुक्ति बिहार में हुई। मंत्री और उपमुख्यमंत्री का नहीं चलता है। जबकि तेजस्वी घूम-घूम कर यह कहते फिर रहे हैं कि बिहार में पांच लाख लोगों को हमने नौकरी दी।
हम पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि कोई बजट सत्र छोड़कर भाग गया हो और बाहर जाकर उलूल जुलूल बात कह रहा है। यह कह रहा है कि हम 17 साल में सब कुछ किये। उपमुख्यमंत्री का कोई संवैधानिक पद है क्या वो तो एक मंत्री थे ये अलग था कि उनको पांच विभाग दे दिया गया था वो विभाग में बहुत कुछ क्या-क्या किये उसका भी बारा न्यारा होगा..कौन क्या गलत किये हैं।
एक मंत्री यदि कहे कि 17 महीने में हमने ये कर दिया है इसको राजनीतिक दृष्टिकोण से मुर्खता और अज्ञानता कहा जा सकता है। जो लोग मुर्ख है उनकी बातों को समझ रहा है जो विद्वान है वो तेजस्वी की बात पर हंसता है। मुख्यमंत्री हर चीज के लिए जवाबदेह है हर फैसला लेता है मंत्री कौन होता है जो कहता है कि 17 महीने में हमने ये कर दिया। आज 21 लाख एकड़ जमीन बिहार सरकार की है हमारे यहां 14 लाख परिवारों को एक धूर जमीन नहीं है यदि बंटवा देते तो मानते क्योंकि राजस्व विभाग उनके पास ही था। मांझी ने तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए कहा कि बजट सत्र चल रहा है इसमें मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होता है। 9 मंत्री हैं विधानसभा में बढ़िया से काम चल रहा है। विधानसभा सत्र के समापन के बाद मंत्रालय और मंत्री बदले जाएंगे।