PATNA: बिहार विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ विपक्ष ने बिहार में विभिन्न तरह के नशा के इस्तेमाल को लेकर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने सवाल उठाया। सत्ताधारी दल के साथ साथ विपक्षी सदस्यों का कहना था कि बिहार के युवा नशे के आदि होते जा रहे हैं जिससे नस्लें खराब हो रही हैं। इसपर सरकार ने सदन को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
दरअसल, विधानसभा में बीजेपी विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने विभिन्न समाचार पत्रों में छपी नशे के कारोबार से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए बचाया कि राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में सूखे नशे का कारोबार फैल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने उपलब्धियों का जो ब्योरा दिया है वह संतोषजनक नहीं है। नशे की आपूर्ति करने वाले कहीं पकड़े नहीं जा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार स्पेशल टास्क फोर्स गठित कर खुफिया विभाग को लगाकर एक्शन लेगी? क्योंकि इसपर रोक लगा पाना उत्पाद विभाग के वश में नहीं है।
बीजेपी विधायक के सवाल का सरकार की तरफ से जवाब देते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा सदस्य, विधान परिषद सदस्य, सांसद या पंचायत प्रतिनिधि किसी की भी तरफ से सरकार को इसकी पुख्ता जानकारी दी जाती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई होगी और जो लोग इस तरह का काम करने वाले लोग हैं उनके खिलाफ भी एक्शन होगा। उन्होंने विधायकों से अपील की है कि वे जहां भी जाते हैं और उनका कार्यक्रम होता है तो वे अपनी तरफ से लोगों को नशे के प्रति जागरूक करने की कोशिश करें।
इसके बाद बीजेपी विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मैं आरा से आता हूं। आरा में यह विषय बहुत ही गंभीर रूप धारण कर चुका है। वहां सूखा नशा करने वाले और उसे बेंचने वालों का जमघट लगा हुआ रहता है। स्कूल, कॉलेज और स्टेशन पर खूखा नशा बेंचा जा रहा है। पुलिस को इसकी जानकारी देने के बावजूद इसपर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बड़े बड़े माफिया इसके पीछे लगे हुए हैं।
सरकार की तरफ से जवाब देते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सदन के सभी सदस्यों के बीच इसको लेकर चिंता देखी जा रही है। सरकार भी इस विषय को लेकर चिंतित है। हर हालत में इस तरह का काम करने वालों को पकड़ा जाएगा। सदस्यों ने जहां जहां स्थान चिन्हित किया है, एक सप्ताह के भीतर जो भी लोग इस काम में लगे हुए हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद आरजेडी विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि पूरे बिहार में इस तरह का मामला चल रहा है। पुलिस और प्रशासन इसे गंभीरता से लेता है तो निश्चित रूप से नशाखुरानी पर काबू पाया जा सकता है। क्या सरकार पुलिस और प्रशासन को आदेश देगी कि जहां कहीं भी इस तरह के नशे के कारोबार चल रहे हैं, सरकार उसे गंभीरता से लेती है या नहीं?
इसके बाद सदन में मौजद विपक्ष के अन्य सदस्यों ने भी नशे के कारोबार से जुड़े सवाल उठाए। आऱजेडी विधायक ललित यादव ने सदन को बताया कि सूखे नशे के कारण बिहार में नस्लें खराब हो रही हैं। जिसके बाद सरकार की तरफ से मंत्री श्रवण कुमार ने भरोसा दिलाया कि स्पेशल ड्राइव चलाकर 15 दिनों में ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन होगा।