PATNA : बिहार सरकार के मंत्री और वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी इन दिनों यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर व्यस्त हैं। यही वजह है कि सहनी यूपी में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार में जुटे हुए हैं और विधानसभा के बजट सत्र में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मंत्री मुकेश सहनी आज भी मौजूद नहीं रहे लेकिन आज उनके विभाग से जुड़े सवाल पर सदन में खूब हंगामा हुआ। दरअसल पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग से जुड़े कॉम्फेड में बहाली को लेकर आज बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने सदन में सवाल किया था। कॉम्फेड में बहाली को लेकर हो रही देरी और मंत्री की तरफ से गड़बड़ी की बात कहे जाने पर आज नीतीश सरकार सदन में घिर गई।
संजय सरावगी ने जब इस मामले को विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में उठाया तो सरकार की तरफ से जवाब देने के लिए मंत्री मुकेश साहनी की जगह प्रभारी मंत्री के तौर पर संतोष सुमन खड़े हुए। दरअसल बीजेपी विधायक ने जो सवाल किया था उसमें यह पूछा गया था कि कॉम्फेड में बहाली प्रक्रिया को क्यों रोक दिया गया? मंत्री ने इसमें गड़बड़ी की आशंका जताई थी और पित पत्र जारी करते हुए 7 महीने पहले बहाली प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी लेकिन अब तक इस बहाली प्रक्रिया को पूरा नहीं किया जा सका बीजेपी विधायक ने पूछा कि आखिर बहाली प्रक्रिया में किस तरह की गड़बड़ी पाई गई?
मंत्री मुकेश सहनी की गैरमौजूदगी में सरकार ने इस मामले से अपना पीछा छुड़ाना ही बेहतर समझा, लिहाजा प्रभारी मंत्री ने सदन में ऐलान कर दिया की बहाली प्रक्रिया बिल्कुल पारदर्शी है और इस मामले में जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आरजेडी के विधायक आलोक मेहता ने भी कॉम्फेड में बहाली के अंदर गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह की गड़बड़ियां कॉम्फेड में होती रही हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए एक तरफ जहां सहनी यूपी चुनाव में व्यस्त हैं तो वहीं दूसरी तरफ सत्तापक्ष के ही विधायकों ने मंत्री को घेर लिया।