PATNA : बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज से हो रही है। ऐसे में बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए सीएम नीतीश कुमार विधानसभा पहुंच गए हैं। महागठबंधन के विधायकों ने उनका स्वागत किया। सीएम के साथ उनके कई मंत्रीमंडल के सहयोगी मंत्री भी मौजूद थे। यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा। इस दौरान सरकार कई महत्वपूर्ण बिल पेश करेगी। इसके साथ ही सत्र के दौरान सरकार की ओर से जातीय गणना की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी। संभावना है कि सरकार की ओर से आरक्षण का कोटा बढ़ाने से जुड़ा हुआ प्रस्ताव भी सदन के पटल पर रखा जाएगा।
वहीं, बिहार विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन नए चुने गए प्रतिनिधि शपथ ग्रहण करेंगे। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 का सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसके बाद शोक संवेदना व्यक्त कर पहले दिन की कार्यवाही खत्म हो जाएगी। उसके बाद सत्र के दूसरे और तीसरे दिन राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य निपटाए जाएंगे। इसके साथ ही 9 नवंबर को वित्तीय वर्ष 2023-24 के सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट पर चर्चा होगी। सदन के अंतिम दिन 10 नवंबर को गैर सरकारी सदस्योंके काम निपटाए जाएंगे। गैर सरकारी संकल्प इसी दिन पारित किए जाएंगे।
मालूम हो कि, जातीय गणना की रिपोर्ट आने के बाद विधानमंडल का यह पहला सत्र होगा। 2 अक्टूबर को सरकार द्वारा जारी जाति आधारित गणना की प्रारंभिक रिपोर्ट में केवल वर्ग और धर्म विशेष के लोगों की संख्या का उल्लेख किया गया था, जबकि शेष आंकड़े विधानमंडल में पेश किये जाने की उम्मीद है। सामान्य प्रशासन विभाग के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जातीय गणना की रिपोर्ट के तहत सामाजिक-आर्थिक विश्लेषण की जानकारी को पुस्तिका के रूप में तैयार किया गया है। इस पुस्तिका को सदन के सभी सदस्यों के बीच वितरित किया जाएगा।
उधर, राज्य की मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। भाजपा ने नीतीश सरकार की जाति आधारित गणना शिक्षक बहाली में गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। विधानमंडल के सत्र के लिए प्रश्नकाल निर्धारित हैं। भाजपा शिक्षक बहाली, बढ़ते क्राइम ग्राफ और जातीय गणना की रिपोर्ट पर विपक्ष के तेवर हमलावर रहने की संभावना है। बीजेपी शिक्षक बहाली में गड़बड़ी और जातीय गणना रिपोर्ट में धांधली के आरोप लगी चुकी है।