DESK: कोरोना का कहर जारी है। कोरोना की दूसरी लहर से देश में कोहराम मचा हुआ है। लगातार यह संक्रमण बढ़ता जा रहा है जिसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौतें भी हो रही है। वही कई लोग इससे संक्रमित हो रहे है। आज वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह का भी निधन हो गया। वे कोरोना से संक्रमित थे। ग्रेटर नोएडा के GIMS अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। हाल ही में उन्हें प्लाज्मा थैरेपी दी गई थी लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। अक्सर न्यूज चैनलों की डिबेट में दिखने वाले शेष नारायण सिंह ने अस्पताल में आज अंतिम सांस ली।
शेष नारायण सिंह के निधन के बाद पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई बड़े नेताओं,अधिकारियों और वरिष्ठ पत्रकारों और ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह जी का निधन अत्यंत दुखद है। पत्रकारिता जगत में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए वे हमेशा जाने जाएंगे। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!''
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ''वरिष्ठ पत्रकार श्री शेष नारायण सिंह जी का निधन अत्यंत दुःखद है। आपका सम्पूर्ण जीवन जनपक्षीय पत्रकारिता को समर्पित रहा। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने परम धाम में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दारुण दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!''
गौरतलब है कि इससे पहले 30 अप्रैल को आजतक के एंकर और वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का निधन कोरोना से हो गया था। आजतक से पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ में रोहित सरदाना एंकर के पद पर लंबे समय तक कार्यरत थे। वही 3 मई को पटना के युवा पत्रकार सुनील पांडेय का भी निधन कोरोना से हुआ था। पिछले दिनों उन्हें भी प्लाज्मा चढ़ाया गया था लेकिन अचानक से 3 मई सोमवार की रात उनका निधन हो गया। सुनील पांडेय मीडिया जगत में बेहद लोकप्रिय थे। हंसमुख स्वभाव के सुनील पांडेय मुख्यमंत्री कार्यालय के जनसंचार कोषांग में अपनी सेवा दे रहे थे। इनके निधन के बाद मीडिया जगत से जुड़े तमाम बड़े पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर दुख जाहिर किया था। आज वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह का कोरोना से निधन की खबर से मीडिया जगत में शोक की लहर है। शेष नारायण सिंह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले थे।