PATNA : वर्दी की चाह रखने वाले युवाओं को एक बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। बिहार सरकार ने राज्य में पुलिस के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया तेज कर दी है। गृह विभाग ने बुधवार को इसको लेकर संकल्प जारी कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गृह विभाग ने कैबिनेट बैठक के बाद पुलिस के 67 हजार नए पदों के सृजन का संकल्प जारी कर दिया है। इन पदों पर 1 साल में करीब 4182 करोड़ 28 लाख रूपए खर्च का अनुमान लगाया गया है। बिहार पुलिस ने आगामी 3 सालों के अंदर राज्य में 2.56लाख पुलिसकर्मी की जरूरत को पूरा करने का लक्ष्य बनाया है। इसको लेकर इस 67हजार नए पदों के सृजन के बाद 48,477 पदों पर डायरेक्ट भर्ती की जाएगी।
बिहार पुलिस की सीधी भर्ती के तहत 48,777 पदों में से 20 हज़ार 937 पद दरोगा और उसके बराबर होंगे। सिपाही के 22 हज़ार 10 पद, ड्राइवर के 5500 पदों पर सीधी भर्ती होगी। इसके साथ ही इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (डायल 112) का दूसरा चरण लागू करने के लिए 19 हजार 288पद भरे जाएंगे। डायल 112 के लिए इंस्पेक्टर रैंक में 259, दारोगा के 1829, जमादार के 1218, हवलदार के 2943, चालक हवलदार के 694, चालक सिपाही के 2353 और सिपाही के 9992 पद भरे जायेंगे। इसको लेकर वित्त विभाग और कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
मालूम हो कि, रजिस्टर जनरल आफ इंडिया को आधार पर बिहार की जनसंख्या अगले तीन साल में करीब 13 करोड़ 22 लाख 65 हजार के पास पहुंच जायेग। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री कई बार कह चुके हैं कि, राज्य में फिलहाल पुलिसकर्मियों की संख्या कम है इसको अधिक बढ़ाने की जरूरत है, इस लिहाजा वो भर्ती को लेकर भी दिशा- निर्देश जारी करते रहते हैं। एक अनुमान के मुताबिक़ राज्य के अंदर साल 2026 तक करीब दो लाख 56 हजार 528 पुलिस कर्मियों की जरूरत होगी। जनवरी 2021 को प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिसकर्मियों का राष्ट्रीय औसत 193.95 और बिहार का 116.52 है। इसी को लेकर अब यह फैसला लिया गया है। वैसे वर्तमान में बिहार पुलिस में स्वीकृत पदों की संख्या एक लाख 52 हजार 274 है।