DESK: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम से उनके पैतृक आवास के नजदीक गंगा के कच्चे घाट को योगी सरकार पक्का घाट बनवा रही है। वाराणसी के रामनगर स्थित शास्त्री घाट को श्रद्धालुओं के लिए अत्याधुनिक सुविधा के साथ सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। चुनार के पत्थरों से घाट को हेरिटेज लुक दिया गया है। लेकिन आज यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
रामनगर शास्त्री घाट पर करोड़ों की लागत से बनने वाला विश्राम गृह जो कुछ महीने पहले ही बना था। आज धाराशाही हो गया और इसके नीचे बैठे एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गयी। इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गयी। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे लेकर लोग पीएम मोदी और सीएम योगी पर सवाल उठा रहे हैं और इस घटना पर दुख जता रहे हैं। एक्स यूजर अंकित प्रजापति ने लिखा है कि इस दुखद घटना का मुख्य कारण निर्माण में भ्रष्टाचार और मानकों की अनदेखी है। रामनगर शास्त्री घाट पर विश्राम गृह का ढहना और एक व्यक्ति की मौत भ्रष्टाचार के गंभीर परिणामों को दिखाता है। रागिनी कह रही है कि मौजूदा सरकार में यही सब देखने को मिलेगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री लाल बहादुर घाट का निर्माण लगभग 97 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके इस महीने के अंत तक पूरा होने की संभावना है। 10.55 करोड़ की लागत से इसका निर्माण हो रहा है। घाट की लम्बाई 130 मीटर होगी। घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व घाट पर सीढ़ियों के अलावा दिव्यांगजनों और वृद्धों के लिए रैंप होगा। शास्त्री घाट काशी नरेश के रामनगर किला के पास स्थित है। किला के पत्थरों से मिलते जुलते चुनार के स्टोन का भी घाट के निर्माण में इस्तेमाल किया गया है।