वैशाली गैंगरेप और हत्या : चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को लिखी चिट्ठी, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कुशवाहा

वैशाली गैंगरेप और हत्या : चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को लिखी चिट्ठी, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कुशवाहा

PATNA : वैशाली के शाहपुर गांव में पिछले हफ्ते हुई युवती से हुई गैंगरेप और हत्या का मामला अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है. इस मामले में अब सांसद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी है. चिराग पासवान ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. 


चिराग पासवान ने लिखा है कि यह घटना अत्यंत हृदयविदारक है, सरकार और प्रशासन को इस घटना पर कड़े कदम उठाकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना चाहिए और परिवार को सुरक्षा और मुआवजा प्रदान करना चाहिए. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में मौजूदा समय में दलित उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई है जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए लेकिन फिर भी कोई कदम नहीं उठाए गए और नतीजा यह निकला कि वैशाली जिले में एक और बेटी के साथ मार्मिक और शर्मनाक घटना घटी.


बता दें कि 20 जनवरी को जंदाहा प्रखंड के मानसिंहपुर बिझरौली पंचायत अंतर्गत शाहपुर गांव की एक 20 वर्षीय युवती को अपहरण कर लिया गया था, कुछ दिनों बाद युवती का शव गांव के हीं एक नहर में मिला. लड़की को गांव के ही कुछ दबंग परिवार के सामने ही जबर्दस्‍ती उठा ले गए. 


बेटी की चीख-पुकार सुनकर परिवार वाले उसे बचाने पहुंचे तो बदमाशों ने कहा कि चुपचाप घर चले जाओ, लड़की को दो दिनों में लौटा देंगे. हल्‍ला करोगे तो गोली मार देंगे. दो दिन बाद लड़की की मां अपनी बेटी को वापस लाने गई तो उसे डांटकर भगा दिया गया. उसके बाद दबंगों ने लड़की से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी.


इधर, वैशाली के शाहपुर गांव में पीड़ित परिवार से मिले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी पहुंचे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कहा- दोषी को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जिससे भविष्य में कोई ऐसी जघन्य घटना करने की हिम्मत नहीं कर सके.


अब तक इस मामले में किसी भी आरोपी को पकड़ा नहीं गया है. घटना सामने के बाद मंगलवार को मृतका के परिजनों से मिलने पातेपुर विधायक पहुंचे थे. परिजनों से मिलने पहुंचे पातेपुर विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन उर्फ लखेन्द्र पासवान को भारी आक्रोश का सामना करना पड़ा.