करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शंस बिक गया है। जी हां, वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला अब धर्मा के 50 फीसदी के हिस्सेदार बन गए हैं। खबर है कि उन्होंने धर्मा प्रोडक्शंस के 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। पूनावला ने 1000 करोड़ रुपये में यह डील की है। उसके बाद अब इस प्रोडक्शंस में वह 50 % के हिस्सेदार हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस करार के तहत फिल्म एंड टेलिविजन प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी धर्मा प्रॉडक्शंस का वैल्यूएशन करीब 2000 करोड़ रुपये किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अदार यह निवेश अपनी पर्सनल कैपेसिटी में कर रहे हैं। वे धर्मा प्रोडक्शंस के 50 प्रतिशत के हिस्सेदार बन गए हैं। करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन में प्रमुख हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ में अदार पूनावाला ने रिलायंस और सारेगामा को पीछे छोड़ दिया है। पूनावाला ने धर्मा का 50 फीसदी हिस्सा लिया है, शेष 50 फीसदी पर करण जौहर का स्वामित्व रहेगा।
वहीं, इस पुरे डील को लेकर करण जौहर ने कहा, 'शुरुआत से ही धर्मा प्रोडक्शंस दिल छू लेने वाली कहानी कहने का पर्याय रहा है, जो भारतीय संस्कृति के सार को दर्शाता है। मेरे पिता ने ऐसी फिल्में बनाने का सपना देखा था, जो एक स्थायी प्रभाव छोड़ें और मैंने अपना करियर उस नजरिए को विस्तार देने के लिए समर्पित किया। आज, जब हम अदार साथ मिलकर काम कर रहे हैं, तो हम धर्मा की विरासत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं'।
बता दें कि, धर्मा प्रोडक्शंस की बुनियाद करण जौहर के पिता और दिवंगत निर्माता यश जौहर ने रखी थी, साल 1976 में। उन्होंने इस बैनर के तले अग्निपथ, दोस्ताना (दोनों पुरानी) और गुमराह जैसी कल्ट फिल्में प्रोड्यूस की। करण जौहर 'कभी खुशी कभी गम', 'ये जवानी है दीवानी', 'कुछ कुछ होता है' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में के साथ अपने प्रोडक्शन हाउस को नए मुकाम पर ले गए। इस प्रोडक्शन हाउस ने 50 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण किया है।