PATNA : उत्तरकाशी टनल में फंसे बिहार के सभी पांच मजदूर सुरक्षित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे उत्तराखंड के अधिकारियों और वहां मौजूद मजदूरों के परिजनों से बात कर यह जानकारी दी है। इसके साथ ही इन मजदूरों के परिजनों ने भी फर्स्ट बिहार से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की है कि ये लोग फिलहाल सुरक्षित हैं।
दरअसल, उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल में फंसे बिहार के सभी पांच मजदूर सुरक्षित हैं। ड्रिलिंग का काम लगातार जारी है। मजदूरों को हवा पानी और सुखा राशन लगातार दिया जा रहा है। फंसे हुए मजदुरों से लगातार वॉकी टॉकी के जरिए बात हो रही है। 7 पाइप सुरंग में लगभग 42 मीटर अंदर डाली गयी है। सभी मजदूरों पर कैमरा के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। सभी मजदुर सुरिक्षत हैं।
वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने विभाग ने पहली बार राज्य के सभी मजदूरों का पता भी जारी किया है। इनमें भोजपुर जिला सहार प्रखंड के पेऊर निवासी सबाह अहमद, सारण जिला एकमा प्रखंड के खजुआन निवासी सोनू साह, बांका जिला कटोरिया प्रखंड के तेतरिया निवासी वीरेंद्र किस्कू, रोहतास जिला तिलौथू प्रखंड के चंदनपुरा निवासी सुशील कुमार और मुजफ्फरपुर सरैया के गिंजास मठ टोला निवासी दीपक कुमार शामिल हैं।
उधर, उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में बड़कोट की तरफ से ड्रिलिंग के काम को रोका गया है। टीएचडीसी को दूसरे छोर से टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए पाइप टनल बिछाने का जिम्मा सौंपा गया है। इस स्थान पर मजदूर फंसे हैं, वहां से एंड प्वाइंट की दूरी लगभग 483 मीटर है। टीएचडीसी के विशेषज्ञों को चट्टान पर ड्रिल कर ये पाइप डालने हैं।
सोमवार शाम चट्टान में ब्लास्ट कर माइक्रो टनलिंग का काम शुरू हुआ, जिसे मंगलवार सुबह लगभग 10 बजे रोकना पड़ा। बताया गया कि ब्लास्ट करने के कुछ समय बाद लूज फाल हुआ है। उधर, जिला आपदा केंद्र की रिपोर्ट में बताया गया कि रात्रि में चट्टान पर दो विस्फोट किए गए, जिसमें लगभग तीन मीटर में सफाई अभियान का काम चल रहा है।