उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार भ्रमण के छठे चरण की घोषणा की, बोले.. इस कार्यक्रम से पार्टी को मिली है मजबूती

उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार भ्रमण के छठे चरण की घोषणा की, बोले.. इस कार्यक्रम से पार्टी को मिली है मजबूती

PATNA: जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा इन दिनों बिहार भ्रमण पर हैं। बिहार भ्रमण के छठे चरण के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस कार्यक्रम से पार्टी को मजबूती मिली है। वही जेडीयू कार्यकर्ताओं में भी नए जोश का संचार हुआ है।    


जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा द्वारा बिहार भ्रमण के छठे चरण के कार्यक्रम तय किए गए। छठे चरण में 1 सितंबर को सारण ,2 सितंबर को सिवान, 3 सितंबर को गोपालगंज ,4 सितंबर को वैशाली, 7 सितंबर को समस्तीपुर, 8 सितंबर को बेगूसराय ,11 सितंबर को खगड़िया, 12 सितंबर को कटिहार, 13 सितंबर को पूर्णिया ,14 सितंबर को सहरसा एवं मधेपुरा, 15 सितंबर को सुपौल एवं 16 सितंबर को दरभंगा में कार्यक्रम तय किए गये हैं। 


इस दौरान कोरोना, बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे आमजनों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कुशल नेतृत्व में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जदयू कार्यकर्ताओं की अधिकाधिक भूमिका सुनिश्चित करने पर भी बातचीत की जाएगी।


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार की जनता का विश्वास आज भी नीतीश कुमार के ऊपर उसी तरह से है और जहां भी थोड़ी बहुत कमियां है उन्हें ससमय दूर भी किया जा रहा है। बिहार भ्रमण कार्यक्रम के दौरान कोरोना या अन्य कारण से हताहत हुए (यदि हो तो) पार्टी के साथियों के परिजनों से मुलाकात की जाएगी। 


किसी दलित टोला में जाकर वैक्सीन सेंटर का दौरा किया जाएगा। बाढग्रस्त किसी स्पॉट का मुआयना किया जाएगा। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ चाय पर मुलाकात की जाएगी। किसी गरीब, दलित, अति पिछड़ा,अल्पसंख्यक कार्यकर्ता के यहां जाकर भुजा या चाय में शामिल होंगे। बिहार भ्रमण कार्यक्रम के दौरान इच्छुक लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी वही रोजाना सुबह साढ़े नौ बजे प्रेस को संबोधित किया जाएगा। 


इस दौरान कोरोना, बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे आमजनों को राहत पहुंचाने के लिए नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जदयू कार्यकर्ताओं की अधिकाधिक भूमिका सुनिश्चित करने पर भी विमर्श होगा।