उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी कर रहीं चुनाव प्रचार, RLSP उम्मीदवार रणविजय कुमार के लिए मांगी वोट

उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी कर रहीं चुनाव प्रचार, RLSP उम्मीदवार रणविजय कुमार के लिए मांगी वोट

AURANGABAD : बिहार में पहले चरण के लिए जिन सीटों पर मतदान होना है, उनमें गोह विधानसभा सीट भी बेहद हॉट मानी जा रही है. गोह सीट पर फिलहाल एनडीए का कब्जा है लेकिन यहां एनडीए से ही पाला बदलकर रालोसपा से ताल ठोक रहे पूर्व विधायक डॉ (प्रो) रणविजय कुमार सबसे खास चुनावी फैक्टर बन गए हैं. इनकी जीत के लिए रालोसपा प्रमुख की पत्नी भी काफी मेहनत कर रही हैं.


राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा ने रालोसपा प्रत्याशी डॉ (प्रो) रणविजय कुमार के लिए दो दिन जनसम्पर्क अभियान चलाया. पहले दिन हसपुरा प्रखण्ड के धमनी,डिहुरी,तिलकपुरा, उछाल विगहा और बिहटा विगहा में घूमकर उन्होंने रालोसपा उम्मीदवार डॉ (प्रो) रणविजय कुमार के लिए वोट मांगा और दूसरे दिन दूसरे दिन गोह प्रखण्ड के रुकुन्दी,बर्मा खुर्द,जमुआइंन,फाग,भुरकुंडा,तेयाप,शंकरडीह, भीमलीचक और महाराजगंज में उन्होंने दौरा किया और रणविजय कुमार को जिताने की अपील की.


रणविजय कुमार साल 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मनोज कुमार से मात खा गए थे. सीटिंग सीट होने के कारण इस बार भी यहां बीजेपी के मनोज कुमार ही एनडीए के कैंडिडेट बनाए गए हैं लेकिन पिछले चुनाव में 7622 वोटों से पीछे रहने वाले डॉ रणविजय कुमार ने बागी तेवर अपनाते हुए चुनाव में ताल ठोक दी है. इस इलाके में डॉक्टर विजय कुमार की अपनी पकड़ है और यही वजह है कि बीजेपी के बड़े नेताओं के माथे पर बल पड़ा हुआ है.


डॉ रणविजय कुमार ने जब नामांकन के बाद 2 विधानसभा में जनसंपर्क किया तो उनके समर्थन में उमड़ी भीड़ को देखकर विरोधियों के होश उड़ चुके हैं. गोह विधानसभा सीट बीजेपी के लिए कितनी अहम है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को यहां चुनावी रैली की.


डॉ रणविजय कुमार रालोसपा-बसपा गठबंधन की तरफ से कैंडिडेट हैं जबकि मौजूदा विधायक के खिलाफ आरजेडी की तरफ से भीम यादव भी मैदान में अपना दमखम दिखा रहे हैं. इस इलाके का जातीय समीकरण यह बताता है कि परिणाम चौंकाने वाला हो सकता है. इस सीट पर जेडीयू का लगातार कब जा रहा है और जेडीयू से ही पूर्व विधायक रहे रणविजय इस विधानसभा सीट पर इसी वजह से सबसे बड़े ट्रैक्टर माने जा रहे हैं.


साल 2005 के पहले विधानसभा चुनाव में डॉ रणविजय कुमार ने जीत हासिल की थी. 2005 के अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने दोबारा जीत हासिल की और फिर 2010 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने बाजी मारी.