उपेंद्र कुशवाहा के BJP में शामिल होने को लेकर शाह और मोदी करेंगे फैसला, तारकिशोर बोले ... JDU में उन्हें कोई फायदा नहीं

उपेंद्र कुशवाहा के BJP में शामिल होने को लेकर शाह और मोदी करेंगे फैसला, तारकिशोर बोले ... JDU में उन्हें कोई फायदा नहीं

PATNA : बिहार की राजनीति में इन दिनों उपेंद्र कुशवाहा का नाम सबसे अधिक चर्चा में बना हुआ है। जिस तरह से वह पिछले कुछ दिनों से लगातार जेडीयू और नीतीश कुमार पर सवाल उठा रहे हैं, उसके बाद अब चर्चा तेज है कि वो जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इसके बाद अब इसको लेकर भाजपा के तरफ से बुलावा भेजना शुरू कर दिया गया है। 


भाजपा के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने कहा कि, उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू के अंदर संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं और जब उनके तरफ से यह कहा जा रहा है कि, जेडीयू कमजोर हुई है तो कुछ न कुछ बात तो जरूर होगी। लेकिन, सीएम नीतीश कुमार अपनी जिद्द पर अड़े हुए है यह अच्छी बात है वह अड़े रहे बहुत जल्द उन्हें अपनी हकीकत मालूम चल जाएगा। 


इसके आलावा तारकिशोर ने कहा कि, जिस पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के पास इस तरह की पीड़ा हो तो सोचने वाली बात है कि, उसके सामान्य कार्यकर्ता या सांसद और विधायक हैं क्या बीत रही होगी। किसी भी दल में कार्यकर्ताओं और नेताओं की सहभागिता होती है, लेकिन वहां तो महज कुछ लोगों की बात सुनी जाती है। हमलोग तो बस यही सोच सकते हैं कि, उपेंद्र कुशवाहा ने कितनी दुःख के साथ यह बातें कहीं होगी। तारकिशोर ने कहा कि, कुशवाहा यदि भाजपा में आना चाहते हैं तो उसपर केंद्रीय नेतृत्व फैसला लेगा। 


इसके आलावा उनसे जब जीतन राम मांझी के तरफ से एक बार फिर शराबबंदी कानून को लेकर उठाए गए सवालों को लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि,  सरकार को प्राथमिकता के आधार पर प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है कि शराब से क्या नुकसान है। इसके लिए जागरूकता की जरूरत है। बिहार सरकार की यह योजना पूरी तरह से असफल है।जीतन राम मांझी इसी तकलीफ को लेकर ऐसा बयान दिए होंगे। जो जहरीली शराब के निर्माता हैं उन पर प्रहार होना चाहिए और यह सब तभी संभव है जब सरकार का तंत्र ईमानदार हो। लेकिन महागठबंधन की सरकार में सभी लोग शराब माफियों के साथ हो गए हैं। 


आपको बताते चलें कि, भाजपा का आज से दरभंगा मे दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक बुलाई गई है।  जिसमें तारकिशोर प्रसाद  को भी शामिल होना है।  इसी को जब वह दरभंगा निकल रहे थे, तभी उनसे कुशवाहा और मांझी को लेकर सवाल किया गया। जिसके जवाब में उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि, इसका अधिकार केवल केंद्रीय  नेतृत्व के पास है। वहीं, मांझी को लेकर कहा कि, उनकी मांग की वजह क्या है यह जानना अधिक जरूरी है।