DESK : भारत के अंदर बेरोजगारी की बात सबसे अधिक होती है। देश की आबादी वर्तमान में 142 करोड़ के लगभग है जबकि बेरोजगारों की संख्या 2 करोड़ के आसपास बताई जाती है। इसी कड़ी में आज एक दैनिक अखबार में एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। जिसके जरिए 14 राज्यों का बेरोजगारी दर जारी किया गया है।
दरअसल, देश के अंदर जब भी भर्ती निकलती है तो एक-एक पद के लिए हजारों आवेदन आ जाते हैं। क्लर्क, चपरासी और सफाई कर्मी जैसी नौकरियों के लिए एमए - पीएचडी वाले भी कतार में खड़े नजर आते हैं। मगर सरकारी पैमाना कुछ ऐसा है कि उसके मुताबिक कामकाजी आबादी में हर 100 में से सिर्फ 3 लोग बेरोजगार हैं।
बताया जाता कि केरल में बेरोजगारी दर 7.2% है जबकि यहां साक्षरता दर सबसे अधिक है। जब इसके बाद पंजाब का नंबर आता है यहां बेरोजगारी दर 5.5% है फिर राजस्थान का नंबर आता है यहां बेरोजगारी दर 4.2% है। इसके अलावा तमिलनाडु में बेरोजगारी दर 3.5% है। वही हरियाणा में 3.4%, महाराष्ट्र में 3.3 %प्रतिशत, यूपी में 3.1%, कर्नाटक में 2.7% छत्तीसगढ़ में 2.5%, पश्चिम बंगाल में 2.5%, झारखंड में 1.3% गुजरात में 1.1% और मध्य प्रदेश में एक प्रतिशत है।
मालूम हो कि आकड़ों के मुताबिक बिहार में बेरोजगारी दर 3% बताया गया है। जबकि राज्य के अंदर कामकाजी लोगों की संख्या 51.6 % बताया गया है। जबकि यदि किसी बहाली का फॉर्म जारी किया जाता है तो उसके लिए अप्लाई करने वाले लोगों की सबसे अधिक संख्या बिहार के लोगों की ही रहती है। हालांकि, सरकार यह दावा करती है कि हमने युवाओं को नौकरी दी है। अब आकड़े इसकी हकीकत बता रहे हैं।