ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: आज गया समेत इन जिलों में भारी बारिश, पटना में मौसम का कुछ ऐसा रहेगा हाल मोतिहारी में जमीन के लिए युवक की गोली मारकर हत्या, दबंगों ने परिवारवालों को भी नहीं बख्शा, लाठी-डंडे और फरसा से की पिटाई मोतिहारी: स्कूल कैंपस में छात्र को मारा चाकू, हालत गंभीर, मुजफ्फरपुर रेफर रील्स बनाने के चक्कर में ब्लॉगर ने यूट्यूबर से किया रेप, कोल्ड ड्रिंक में नशा पिलाकर घटना को दिया अंजाम Bihar Politics: मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर दिलीप जायसवाल का पलटवार, तेजस्वी यादव पर भी जमकर बरसे Bihar Politics: मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर दिलीप जायसवाल का पलटवार, तेजस्वी यादव पर भी जमकर बरसे Bihar News: बिहार के पुनौरा धाम में जानकी मंदिर न्यास समिति का पुनर्गठन, कमेटी में अध्यक्ष समेत 9 सदस्य Bihar News: बिहार के पुनौरा धाम में जानकी मंदिर न्यास समिति का पुनर्गठन, कमेटी में अध्यक्ष समेत 9 सदस्य Bihar News: बिहार में मुंडन संस्कार के दौरान बड़ा हादसा, अचानक टूटकर गिरी छत, एक की मौत; कई लोग घायल Bihar News: बिहार में मुंडन संस्कार के दौरान बड़ा हादसा, अचानक टूटकर गिरी छत, एक की मौत; कई लोग घायल

डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, डिग्री की वैधता नहीं मिलने से हैं नाराज

1st Bihar Published by: 7 Updated Tue, 17 Sep 2019 07:10:32 PM IST

डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षकों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा, डिग्री की वैधता नहीं मिलने से हैं नाराज

- फ़ोटो

PATNA : नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से डीएलएड किए हुए प्रशिक्षित शिक्षकों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. प्रशिक्षित शिक्षकों ने अपनी डिग्री की वैधता को लेकर पटना हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की. तकरीबन 2.5 लाख प्रशिक्षित शिक्षक बिहार सरकार की शिक्षक नियोजन प्रक्रिया से नाराज हैं. नाराज शिक्षकों ने शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया को सरकार की गलत निति बताया. प्रशिक्षित शिक्षकों का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो सत्र 2017-19 में एनआईओएस से डीएलएड कराया गया. जिसमें सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. उनका नियोजन अब तक नहीं हो पाया है. उनका कहना है कि 2 साल और 18 महीने की एक लंबी अवधि बीत जाने के बावजूद भी उनको नौकरी नहीं मिल पायी है. उनकी डिग्री की वैधता नहीं मानी जा रही है. हाईकोर्ट पहुंचे शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने 4 सेमेस्टर में परीक्षा दी और बिहार सरकार के देखरेख में जो प्रशिक्षण दिया गया. उसको भी शिक्षकों ने पूरी तरह से ट्रेनिंग ली. लेकिन जब नियोजन की बात आई तो उनको नौकरी नहीं दी जा रही है.