इतिहास रचने से चूकीं भारतीय महिला हॉकी टीम, मैच हारकर भी करोड़ों भारतीयों का जीता दिल, ब्रॉन्ज जीतने की उम्मीद बरकरार

इतिहास रचने से चूकीं भारतीय महिला हॉकी टीम, मैच हारकर भी करोड़ों भारतीयों का जीता दिल, ब्रॉन्ज जीतने की उम्मीद बरकरार

DESK : टोक्यो ओलपिंक में भारतीय महिला हॉकी टीम सेमिफाइनल में अर्जेंटीना से हार गईं हैं. गोल्ड जीतने का सपना भारतीय टीम का टूट गया है लेकिन अभी भी हिंदुस्तान को अपनी बेटियों से कांस्य पदक जीतकर वतन लौटने की उम्मीद बरकरार है. अर्जेंटीना जैसी धाकड़ टीम के सामने भारतीय महिला हॉकी टीम बेहद अच्छा परफॉरमेंस करते हुए इस मैच में आखिरी मिनट तक लड़ीं लेकिन टीम सेमीफाइनल का मुकाबला 2-1 से हार गई. 


सेमीफाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना जैसी मजबूत टीम के खिलाफ काफी कड़ी टक्कर देकर भारतीय महिला टीम ने करोड़ों भारतीय का दिल जीत लिया. यह पहला मौका है, जब भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक में इतना दूर तक सफर किया. सेमीफाइनल मुकाबला हारने के बाद भी भारत का सफर अभी खत्म नहीं हुआ है. भारतीय टीम अब अगले मुकाबले में कांस्य पदक के लिए विरोधी टीम से भिड़ेगी. 



इस मैच में भले ही भारतीय महिला हॉकी टीम सेमिफाइनल में अर्जेंटीना से हार गई लेकिन मैच के चौथे क्वार्टर में टीम इंडिया ने गोल करने की कोशिश की मगर भारतीय टीम ने पेनल्टी कॉर्नर गंवा दिया और मैच अर्जेंटीना ने 2-1 से जीत लिया. मुकाबले में टीम इंडिया ने बेहतरीन तरीके से शुरुआत की और शुरुआती मिनटों में भारत की गुरजीत सिंह ने गोल दाग दिया. गोल के बाद अर्जेंटीना ने काफी अटैकिंग खेल दिखाया, लेकिन भारतीय टीम शानदार डिफेंस करती रही है और अर्जेंटीना को कोई मौका नहीं दिया. दूसरे क्वार्टर के शुरुआत से ही अर्जेंटीना की टीम अटैक पर थी और एक मौका गंवाने के बाद उन्होंने पहला गोल किया और स्कोर को 1-1 से बराबर कर लिया.



आपको बता दें कि कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को ग्रुप चरण में विश्व की नंबर-1 टीम नीदरलैंड के खिलाफ 1-5 से, जर्मनी के खिलाफ 0-2 से और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन इसके बाद भी टीम का हौसला बरक़रार रहा और टीम ने आयरलैंड के खिलाफ 1-0 से जीत दर्ज की. 



इस मैच के बाद दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जाने की उम्मीद बरकरार रखी. फिर ग्रेट ब्रिटेन ने आयरलैंड को हराया और भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर गई. जिसके बाद ओलंपिक शुरू होने से पहले विश्व रैंकिंग में नौंवें स्थान पर रही भारतीय महिला टीम ने क्वार्टर फाइनल में विश्व की नंबर-2 टीम ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर इतिहास रच दिया. जिसपर पूरे भारतीयों को गर्व है.



मैच के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि "एक चीज जिसे हम टोक्यो 2020 के लिए याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन. आज और पूरे खेलों में हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया. टीम पर गर्व है। आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं."