GAYA : लोकसभा चुनाव को लेकर इसी महीने विगत 4 जून को चुनाव परिणाम जारी किया गया है। इसके ठीक पांच दिन बाद नई सरकार का गठन किया गया और उसके अगले ही दिन मंत्रियों ने 18वीं लोकसभा के चुनाव बाद शपथ ग्रहण भी कर लिया है। साथ ही उन्हें उनके मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई। इसके बाद अब जो जानकारी सामने आई है, उसको लेकर विपक्ष एक बार फिर से भाजपा पर हमलावर हो सकता है।
दरअसल, इस बार मोदी कैबिनेट में बिहार से कुल आठ सांसदों को मंत्री बनाया गया है। जिसमें एक नाम हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी का भी है। इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है और उन्हें लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय दिया गया है। अब इस मंत्रालय को लेकर जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दे दिया है।
जीतनराम मांझी ने कहा है कि जब नई सरकार में मंत्रालय का बंटवारा हो रहा था तो एक चिट्ठी मेरे पास भी पहुंची थी और उसके बाद जब मैंने चिट्ठी खोल कर देखा तो माथा पकड़ लिया कि मुझे कौन सा मंत्रालय दिया गया है। लिहाजा सब लोग मंत्रालय मिलने के बाद पीएम मोदी से मिलने जा रहे थे तो मैं भी उनसे मिलने चला गया और उनके सामने अपनी बातें रखी कि मुझे कौन सा मंत्रालय दिया गया है।
मांझी बताते हैं कि उसके बाद पीएम मोदी ने उनसे कहा कि मैं अपनी कल्पना का विभाग आपको दिया हूं। यह मेरा सपना है और इस सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी आप पर है। उसके बाद मेरी जो थोड़ी बहुत सवाल करने की इक्छा थी, वह शांत हो गई और मैंने कहा कि मैं आपके सपनो को जरूर साकार करूंगा।
उधर, मांझी ने अपने मंत्रालय के बारे में कहा कि जिस मंत्रालय का मैं मंत्री बना हूं, उसमें छोटे उद्योग में रोजगार के अवसर मिलेंगे। बिहार समेत देश भर में छोटे-छोटे उद्योग बंद पड़े हैं, अब उन्हें शुरू कराया जाएगा और इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।