DESK: बिहार में कोरोना टीकाकरण महाअभियान के तहत अगले छह महीने में छह करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। कोरोना का टीका लगाने के लिए लोग वैक्सीनेशन सेंटर पर भी पहुंच लगे हैं और वैक्सीन लगवा रहे हैं। लेकिन इस दौरान लापरवाही भी सामने आ रही है। ताजा मामला मसौढ़ी का है। जहां कुछ लोगों को कोविशील्ड का वैक्सीन लगाया गया लेकिन उनके मोबाइल पर कोवैक्सीन लगाए जाने का मैसेज आ गया। विभाग की इस लापरवाही से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है।
बताया जाता है कि 26 जून को मसौढ़ी के तिनेरी मठिया में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कैंप लगाया गया था। जहां ग्रामीणों ने अपना टीका लगवाया। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें कोविशील्ड का पहला डोज दिया गया लेकिन मोबाइल पर कोवैक्सीन का मैसेज आया। अब लोग इस बात को लेकर परेशान है कि जब दूसरा डोज लेने का समय आएगा तब कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन दिया जाएगा। ऐसे में टीका का पूरा डोज नहीं होने पर इसका कोई फायदा उन्हें नहीं मिलेगा। इस बात से परेशान लोगों ने इसकी शिकायत पीएचसी में की।
गौरतलब है कि शनिवार को हमने सुपौल की खबर दिखाई थी जिसमें एक युवती को बिना वैक्सीन लिए ही सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया और जब उसने इसकी शिकायत डीएम साहब से की तब हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम टीका लगाने युवती के घर पर पहुंच गयी लेकिन काफी मनोव्वल के बाद भी युवती टीका लगाने के लिए तैयार नहीं हुई जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को वापस लौटना पड़ा।
वही कुछ दिनों पहले छपरा में एक युवक को नर्स ने बिना वैक्सीन भरे ही इंजेक्शन लगा दिया। उसके बाद एक अन्य मामला भी छपरा में ही देखने को मिला जब युवती को बिना वैक्सीन लगाए सर्टिफिकेट दे दिया गया। आज फिर एक लापरवाही सामने आई है। पटना से सटे मसौढ़ी के तिनेरी मठिया में यह मामला सामने आया है। जहां लोगों के मोबाइल पर कोवैक्सीन लगाए जाने का मैसेज भेजा गया जबकि लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई थी। तिनेरी मठिया निवासी मोनू कुमार, कुंदन कुमार सिंह, सकल कुमार समेत अन्य लोगों ने बताया कि कैंप में हमलोगों को कोविडशिल्ड का पहला डोज दिया गया लेकिन मैसेज कोवैक्सिन का आया। ऐसे में दूसरी डोज लेने में अब परेशानियां झेलनी पड़ेगी।