'ठोक देंगे कट्टा ..' हाथ में रिवाल्‍वर लेकर हॉस्पिटल पहुंचे JDU विधायक, जानिए क्या है पूरा मामला

  'ठोक देंगे कट्टा ..' हाथ में रिवाल्‍वर लेकर हॉस्पिटल पहुंचे JDU विधायक, जानिए क्या है पूरा मामला

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पार्टी के तमाम नेता यह कहते रहते हैं कि यहां सुशासन की सरकार है। हम न तो किसी को बचाते हैं और ना ही किसी को फसाते हैं।लेकिन, लेकिन इसके बावजूद नीतीश कुमार के इन दावों का पोल उन्हीं के पार्टी के विधायक खोल रहे हैं। नीतीश के विधायक सरेआम हाथ में रिवाल्‍वर लेकर अस्पताल पहुंच जा रहे हैं।


दरअसल, जदयू के गोपालपुर विधायक एवं सचेतक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल हाथ में रिवाल्वर लिए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पहुंच गए। उनको अपनी पोती अवनि का सिटी स्कैन कराना था। इस दौरान हाथ में रिवाल्वर देख विधायक के कारनामे नहीं जानने वाले सकते में आ गए थे। पूछने पर विधायक ने लोकल भाषा में कहा कि- हाथ म लै के नै चलबै त भीतरी म लै के चलबै। इसका मतलब था कि हाथ में रिवाल्वर नहीं रखेंगे तो क्या कमर में रखेंगे।


वहीं, सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि - पैन्हैं चोर-बदमाश लगलो रहै छलै, आब राजनीतिक लोग लागलो छै, कि गोपाल मंडल एमपी नै बनै। जौने नेता नै चाहे छै कि हमैं एमपी नै बनियै वैं लागलो नी छै। यै लेली हाथों म रिवाल्वर रहतै तब नी जरा हिन्नै-हुन्नै होलै कि दैइये देबै। अगर विधायक के शब्दों को सामान्य भाषा में समझा जाए तो उनका कहना था कि - पहले उनके पीछे चोर-बदमाश लगे हुए थे अब जब से एमपी बनने की तैयारी में हैं, राजनीतिज्ञ लोग लगे हुए हैं कि यह जिंदा रहेगा तो एमपी बन जाएगा। इसलिए हाथ में रिवाल्वर रखते हैं, जरा भी इधर-उधर हुआ कि बिना देर किए ठोंक देंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि वो पूरी तरह से यह दावा कर रहे हैं कि इसबार वो सांसद बनेंगे। उनका मानना है कि -  हमारी आबादी अधिक है तो एमपी तो बनेंगे ही न। 


इसके आलावा उनके अचानक से आगमन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि - गाड़ी से पोती के साथ अस्पताल आए, सिटी स्कैन कराया। सब ठीक था, लौट रहे हैं। कहीं कोई विवाद नहीं। हमारा यही स्टाइल है, हमारे लोग, हमारे वोटर हमारे हुरमुठ अदा के दीवाने हैं। हम भी उनके लिए दिन-रात कभी भी, कहीं भी किसी से टकराने के लिए तैयार रहते हैं।


आपको बताते चलें कि , विधायक गोपाल मंडल का विवादों से पुराना नाता रहा है। लेकिन, इसके बाबजूद वो हर विवाद पर बड़ी ही साफगोई से अपनी बात भी रखते हैं। कभी गोपालपुर से आए मरीज के उपचार में देरी पर एक डाक्टर को एके-47 से भून देने की धमकी तो कभी डीएसपी मुख्यालय को इलाके के युवक की बेरहमी से पिटाई करने पर गंगा में फेंक देने की धमकी दे चुके हैं।