DESK : एक दलित युवती से छेड़खानी के मामले में गिरफ्तार युवक की थाने में मौत हो जाने के बाद एसपी ने एक बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस हिरासत में युवक की जान जाने के मामले में एसपी अनूप सिंह ने थानेदार और 5 अन्य पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा एक दारोगा को गिरफ्तार भी किया गया है. इतना ही नहीं इन पुलिसवालों के ऊपर हत्या, घूसखोरी और अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज कराया गया है.
मामला श्रावस्ती के गिलौला थाने का है. जहां एक दलित युवती से छेड़खानी के मामले में गिरफ्तार युवक की मौत पुलिस हिरासत में होने के बाद पुलिस कप्तान अनूप सिंह ने अपने अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. आपको बता दें कि गिलौला थाने के शौचालय में फंदे से लटकता शव मिला था. पुलिस कर्मी शव को नीचे उतारकर जिला अस्पताल बहराइच ले गए थे, जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
इस घटना के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया था. मृतक के परिजनों ने युवक की मौत की जानकारी मिलने के बाद थाने पर जमकर हंगामाकिया. एसपी अनूप सिंह और एएसपी बीसी दूबे ने गिलौला थाना पहुंचकर घटना का जायजा लिए. पुलिस हिरासत में दर्जीपुरवा के वाजिद अली नाम के शख्स की मौत हुई थी, जिसके ऊपर एक दलित लड़की के साथ छेड़खानी का आरोप लगा था.
एसपी ने इस मामले में इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा 5 और पुलिसवालों को भी सस्पेंड किया गया है. इस थाना में पोस्टेड एक दारोगा को गिरफ्तार भी किया गया है. एसपी अनूप कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि दर्जीपुरवा का वाजिद अली थाने लाया गया था. बाथरूम में जाकर जब वह काफी समय तक नहीं निकला तो पुलिस ने दरवाजा खोला. पुलिस ने युवक को रस्सी पर लटका हुआ पाया था. आरोपी युवक को 354 और एससी-एसटी ऐक्ट के मुकदमे में थाने लाया गया था.
उधर मृतक वाजिद अली के भाई का आरोप है कि 'हिरासत से छोड़ने के लिए पुलिस ने मेरे भाई से 50 हजार रुपये की मांग की थी. 50 हजार देने के बाद दो लाख की पुलिस ने मांग की. जब यह रकम नहीं दी दई तो आज मेरे भाई को मार दिया. हमें इंसाफ चाहिए.' आपको बता दें कि आरोपी पुलिसवालों के ऊपर हत्या, घूसखोरी और अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज कराया गया है.