थाना प्रभारी का ऑडियो वायरल, थाने में बैठे मुखिया पर मर्डर का आरोप, परिजनों ने की जांच की मांग

थाना प्रभारी का ऑडियो वायरल, थाने में बैठे मुखिया पर मर्डर का आरोप, परिजनों ने की जांच की मांग

SITAMARHI: सीतामढ़ी में एक थानेदार के ऑडियो ने सनसनी मचा कर रख दी है। यह ऑडियो एक हत्याकांड से जुड़ा बताया जा रहा है। थानेदार के इस ऑडियो पर गौर करें तो सीतामढ़ी के किसी और थाने में बैठे मुखिया ने दूसरे थानाक्षेत्र के इलाके में एक व्यक्ति का गोली मारकर हत्या कर दी है। वायरल हुए इस ऑडिओ के सामने आने से बिहार पुलिस की कार्यशैली फिर से सवालो के घेरे में है। हालांकि फस्ट बिहार-झारखंड इस ऑडियों की पुष्टि नहीं करता है।


यह पूरा मामला सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र के कुसुमारी का है। जहां 25 जुलाई को दोपहर 2:30 बजे अजय कुमार नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। इस घटना में कुसुमारी पंचायत के मुखिया प्रेमचंद कुमार को हत्याकांड में आरोपी बनाया जाता है। दर्ज किए गये एफआईआर में यह बताया गया है कि हथियार लेकर बाइक सवार मुखिया ने गोली मारकर उसकी हत्या की है। लेकिन हत्या की वारदात जिस वक्त हुई उस समय रीगा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी सुबोध कुमार ने मुखिया के मोबाइल पर फोन किया और पूछा कि अभी आप कहां हैं? इस सवाल का जवाब आता है कि हम अभी महिंदवाड़ा थाने पर हैं।


जिसके बाद मुखियाजी को थाना प्रभारी सुबोध कुमार बोलते हैं कि अब जरा महिंदवाड़ा थाना के बड़ा बाबू से बात कराइए। फिर मुखिया ने मोबाइल महिंदवाड़ा थाना के बड़ा बाबू को थमा दिया। उसके बाद थाना प्रभारी सुबोध कुमार महिंदवाड़ा थाना के बड़ा बाबू को यह कह रहे हैं कि मुखिया जी से थोड़ा साइड होकर हमसे बात किजिए। बड़ा बाबू उनकी बातों पर अमल करते हुए मुखिया से अलग होकर बात करने लगते हैं। तब सुबोध कुमार कहते है कि हमारे इलाके में एक गोलीबारी और मर्डर की घटना हुई है। इसमें मुखियाजी का का नाम आया है। इनको अपने हाजत में बैठा लीजिए। 


इस ऑडियो के सामने आने के बाद बिहार पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गयी है। वायरल ऑडियो से  यह स्पष्ट हो गया कि जिस वक्त हत्या हुई उस समय मुखिया घटनास्थल से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर महिंदवारा थाने में किसी दूसरे व्यक्ति के काम के सिलसिले में थाने में बैठे थे। इस पूरे मामले को लेकर मुखिया के भाई श्यामसुंदर प्रियदर्शी ने तिरहुत आईजी गणेश कुमार को आवेदन देकर इस मामले की जांच की भी मांग की है। जिस समय हत्या की घटना हुई उस समय मुखिया महिंदवाड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव में पंचायती करने गए थे। जिसके बाद बात नहीं बनने पर महिंदवाड़ा थाना में आवेदन तैयार कर महिंदवाड़ा थाना को सुपुर्द कर रहे थे। उसी वक्त उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मुखिया के परिजनों ने इस मामले की जांच की मांग की है।