तेजप्रताप ने मांगी Y श्रेणी की सुरक्षा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र

तेजप्रताप ने मांगी Y श्रेणी की सुरक्षा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र

PATNA: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है और वाई श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है। दरअसल रविवार को तेजप्रताप के सरकारी आवास में घुसने की कोशिश कुछ लड़कों ने की थी। इस दौरान वहां मौजूद युवा राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सृजन स्वराज को जान से मारने की धमकी दी थी। तेजप्रताप ने कहा कि जब नेता लोग ही सुरक्षित नहीं है तो आमलोग कैसे सुरक्षित रहेंगे। 


पटना के 2 एम स्टैंड रोड स्थित तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास के बाहर 10 लड़के आए थे। जबरन घुसने की कोशिश करने लगे। उस वक्त वहां मौजूद राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सृजन स्वराज ने बताया था कि गौरव यादव अपने कुछ लोगों के साथ पहुंचे थे और जबरन आवास में घुसने की कोशिश करने लगे। सृजन स्वराज ने बताया था कि इस दौरान उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी गयी। इस संबंध में युवा राजद के उपाध्यक्ष सृजन स्वराज ने पटना के सचिवालय थाने में केस भी दर्ज कराया था। 


अपने आवेदन में सृजन स्वराज ने लिखा था कि 13 फरवरी की शाम 6 बजकर 30 मिनट पर तेजप्रताप यादव के आवास में अपने दस लड़कों के साथ जबरदस्ती आवास में घुसकर मुझे जान से मारने की धमकी दी। गौरव यादव दारु पीए हुए था इस बात का गवाह वहां के हाउस गार्ड हैं। सृजन स्वराज ने गौरव यादव पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मुझे अपने जान का खतरा गौरव यादव से बना हुआ है। मुझे सुरक्षा प्रदान किया जाए। सृजन स्वराज खासमहल रोड चिरैड़ाटाड़ पटना के रहने वाले हैं।


इस घटना के बाद अब तेजप्रताप यादव Y-श्रेणी की सुरक्षा की मांग कर दी है। इसे लेकर तेजप्रताप ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। तेजप्रताप ने कहा कि वे वर्तमान में 2 स्टैंड रोड पटना में रहते हैं। पूर्व में बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। रोजाना उनसे हजारों लोग मिलने आते हैं और समय-समय पर राज्य के नक्सली क्षेत्रों सहित अन्य क्षेत्रों में जनता की समस्या के समाधान के लिए जाना पड़ता है। बीते रविवार को मेरे आवास पर कुछ असामाजिक तत्व के लोगों ने हंगामा किया था और जान से मारने की भी धमकी दी थी। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के लिए बिहार सरकार को आदेश देने की कृपा की जाए।