PATNA : नेता प्रतिपक्ष और अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव का विरोध कर पार्टी से लेकर परिवार तक में हाशिए पर जा पहुंचे बड़े भाई तेजप्रताप यादव अब अर्जुन के सारथी की भूमिका में नजर नहीं आएंगे। तेजस्वी यादव को अर्जुन और खुद को उनका सारथी बताने वाले तेज प्रताप यादव वह भी अब जमीनी हकीकत का एहसास होने लगा है। यही वजह है कि तेज प्रताप यादव ने अब अपने सोशल मीडिया अकाउंट में बदलाव करते हुए प्रोफाइल के कवर फोटो से कृष्ण अर्जुन वाली तस्वीर को हटा दिया है। अब तेज प्रताप के ट्विटर हैंडल पर अर्जुन और कृष्ण की जगह लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगी है।
सोशल मीडिया के जरिए बड़े मैसेज देने में माहिर तेज प्रताप यादव ने जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगाकर यह बता दिया है कि अब ना तो वह सारथी हैं और ना ही तेजस्वी अर्जुन की भूमिका में। दरअसल छात्र आरजेडी के संरक्षक की भूमिका से साइड लाइन किए जाने के बाद तेज प्रताप यादव ने एक नए संगठन छात्र जनशक्ति परिषद का गठन किया। उन्होंने छात्र जनशक्ति परिषद के गठन के साथ एलान किया था कि यह संगठन भी आरजेडी के लिए ही काम करेगा लेकिन अब आरजेडी के अंदर खाने से जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक पार्टी छात्र जनशक्ति परिषद को मान्यता नहीं देगी। तेजस्वी यादव से लेकर जगदानंद सिंह तक के किस बात के पक्ष में नहीं है कि तेज प्रताप के संगठन को आरजेडी से जोड़ा जाए। हालांकि को तेज प्रताप यादव इस बात का दावा करते रहे हैं।
आपको याद दिला दें कि तेज प्रताप यादव छात्र आरजेडी को लेकर अपने तरीके से संगठन बनाते रहे हैं। पिछले दिनों जब उन्होंने छात्र आरजेडी की बैठक प्रदेश कार्यालय में आयोजित की और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर निशाना साधा उसके बाद छात्र आरजेडी के तत्कालीन अध्यक्ष आकाश यादव की छुट्टी कर दी गई। आकाश यादव की जगह जगदानंद सिंह में नए चेहरे को जिम्मेदारी दी। इसके बाद तेज प्रताप आग बबूला हो गए थे। विवाद इतना बड़ा है कि तेजप्रताप दिल्ली में अपने पिता लालू यादव तक जा पहुंचे। उन्होंने जगदानंद सिंह को हटाए जाने की मांग की लेकिन में तेज प्रताप की एक नहीं चली। आखिरकार कर तेज प्रताप ने नया संगठन ही खड़ा कर लिया लेकिन अब उनके इस संगठन को भी आरजेडी से मान्यता नहीं जा रही। ऐसे में तेज प्रताप यादव का राजनीतिक भविष्य क्या होगा इसे लेकर खुद तेजप्रताप भी मझधार में हैं।