तेजप्रताप के साथ रामलीला देखने पहुंचे लालू, कहा- मुल्क से अत्याचार दूर हो

तेजप्रताप के साथ रामलीला देखने पहुंचे लालू, कहा- मुल्क से अत्याचार दूर हो

PATNA: आज नवरात्रि का नौवां और आखिरी दिन है। महानवमी के दिन माता के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना में भक्त लीन हैं। खासकर पटना में नवरात्रि की धूम मची हुई है। महानवमी पर कन्या पूजा के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव देर शाम रामलीला देखने के लिए गांधी मैदान के पास स्थित कालिदास रंगालय पहुंचे। जहां आयोजकों ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मुल्क से अत्याचार दूर हो यही मां अम्बे से कामना करता हूं। 


कालिदास रंगालय में आयोजित रामलीला को देखने आए लालू ने कहा कि कालिदास रंगालय का स्वरुप जल्द बदलेगा। इसके लिए करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च किये जाएगे। उन्होंने यह भी कहा कि तेजप्रताप यादव कृष्ण भक्त है। मुझे बिना बताए दोस्तों के साथ वृन्दावन चला जाता है। मैंने कई बार जहाज से जाने के लिए कहा, लेकिन मानता ही नहीं है। आजकल का लड़का सब कहाँ किसी की सुनता है। बेटा है तो कह ही ना सकते हैं।


लालू ने कहा कि देश में अत्याचार और अनाचार फैला हुआ है। चारों तरफ असत्य का बोल बाला है। दशहरा में असत्य पर सत्य की जीत हुई थी। माँ से प्रार्थना करता हूं देश में फैले असत्य पर सत्य की ही जीत हो और देश से अत्याचार-अनाचार दूर हो। 


लालू प्रसाद ने तेज प्रताप को लेकर कहा कि तेजप्रताप कृष्ण भक्त हैं। बिना मुझे बताए वृंदावन चला जाता है। मैंने कई बार बोला कि जहाज से जाओ लेकिन लड़का लोग को लेता है और गाड़ी से चला जाता है। आजकल का लड़का कहाँ बात सुनता है। बेटा है तो इतना कह ही सकते हैं।



इससे पहले महानवमी के मौके पर लालू परिवार द्वारा विशेष पूजा अर्चना कर कन्या भोज का आयोजन किया गया। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने राबड़ी आवास पर कन्या भोज का आयोजन किया तो वही उनके बड़े बेटे तेजप्रताप ने बांके बिहारी शिव मंदिर में कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया और कॉपी-कलम और पौधा भेट किया। 


इस मौके पर तेजप्रताप ने कहा कि महानवमी पर कुंवारी कन्याओं के पैर को रंगकर उनका पूजन किया और सभी को नोटबुक-कलम, पेड़ देने का काम किया ताकि उन्हें पढ़ाई में भी सहयोग मिल सके। इस दौरान कुंवारी कन्याओं को भोजन भी कराया गया। वही राबड़ी आवास में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया। इस मौके पर तेजस्वी यादव, राजश्री यादव, कात्यायिनी सहित पूरा लालू परिवार मौजूद था।