RANCHI : लालू प्रसाद यादव के सियासी वारिस तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार के पडोसी सूबे झारखंड में अपनी पार्टी को दुरूस्त करने के लिए मिशन झारखंड शुरू कर दिया है. तेजस्वी यादव 18 और 19 सितंबर को रांची में कैंप कर अपने मिशन की शुरूआत करेंगे. झारखंड के राजद नेताओं को तेजस्वी ने संदेश दे दिया है-या तो पार्टी का जनाधार बढाइये या फिर पद छोड़ने के लिए तैयार हो जाइये.
तेजस्वी के मिशन की शुरूआत
झारखंड प्रदेश राजद अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया कि तेजस्वी प्रसाद यादव 18 और 19 सितंबर को रांची में रहेंगे. पहले दिन वे पार्टी के पदाधिकारियों से लेकर प्रमुख नेताओं के साथ लंबी बैठक करेंगे. बैठक दूसरे दिन यानि 19 सितंबर को भी होगी. तेजस्वी के आगमन को लेकर राजद नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है. राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी ने फैसला लिया है कि 19 सितंबर को हरमू रोड के कार्निवल हॉल में तेजस्वी यादव का सम्मान समारोह भी आय़ोजित किया जाये. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी यादव का सम्मान ऐतिहासिक तरीके से किया जायेगा. उनके स्वागत में ढोल- नगाड़ा से लेकर मांदर और छऊ नृत्य का आयोजन होगा. राजद नेता इतने उत्साहित हैं कि उन्होंने पूरे शहर को राजद के झंडा बैनर से पाट देने का फैसला लिया है.
क्या है तेजस्वी का टारगेट
दरअसल झारखंड विधानसभा में फिलहाल राजद के सिर्फ एक विधायक हैं. सत्यानंद भोक्ता. वे हेमंत सोरेन सरकार में राजद कोटे से मंत्री भी हैं. लेकिन झारखंड में राजद काफी मजबूत स्थिति में भी रहा है. किसी दौर में वहां पार्टी के आधा दर्जन विधायक हुआ करते थे. तेजस्वी राजद के जनाधार को समेटने औऱ पार्टी को मजबूत बनाने की मुहिम में जुटे हैं. उन्हें लग रहा है कि बिहार के साथ साथ झारखंड में भी उनकी पार्टी मजबूत स्थिति में आ सकती है.
पिछले महीने झारखंड के नेताओं के साथ की थी बैठक
तेजस्वी यादव ने पिछले महीने झारखंड के राजद नेताओं के साथ लंबी बैठक की थी. इस बैठक में ये फैसला लिया गया था कि तेजस्वी यादव हर महीने में कम से कम दो दिन झारखंड में रहकर पार्टी के संगठन और जनाधार को मजबूत करेंगे. तेजस्वी ने पटना से अपनी पार्टी के कई सीनियर नेताओं को भी रांची भेजकर वहां का सारा फीडबैक लिया था. इसके बाद उन्होंने झारखंड के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया है.
तेजस्वी का मानना है कि झारखंड की 25 ऐसी सीटें हैं जहां राजद का आधार वोट अच्छी खासी तादाद में है. इन सीटों पर पार्टी के नेता मेहनत करें तो अच्छा परिणाम सामने आ सकता है. झारखंड राजद के नेताओं को इन्हीं 25 सीटों पर फोकस करने का टास्क दिया गया है. हर महीने तेजस्वी वहां मौजूद रहकर पार्टी के कामकाज की समीक्षा करेंगे.