PATNA: बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाए जाने के लिए पटना हाई कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने बिहार सरकार के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। पटना हाई कोर्ट से सरकार को हरी झंडी मिलने के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के ही इशारे पर ही कोर्ट में याचिका दायर दायर की गयी।
दरअसल, बिहार में जातीय गणना के आंकड़े सामने आने के बाद नीतीश सरकार ने आरक्षण का दायरा बढ़ाने का फैसला लिया और राज्य में 75 फीसदी आरक्षण को लागू कर दिया। सरकार के राज्य में एससी, एसटी, ओबीसी और ईबीसी आरक्षण का दायरा बढ़ाए जाने के फैसले पर रोक लगाने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसपर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया हालांकि सरकार से इसपर जवाब जरूर मांगा है।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के ही इशारे पर मामले को कोर्ट में ले जाया गया है। तेजस्वी ने एक्स पर लिखा कि, ‘महागठबंधन की बिहार सरकार ने आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75% कर दिया तो वरिष्ठ BJP नेता ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 75% आरक्षण के विरुद्ध कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। 3 दिन बाद ही बीजेपी के इशारों पर याचिका दायर कर दी गयी’।
तेजस्वी ने आगे लिखा, ‘बीजेपी के इशारों पर जाति आधारित सर्वे रुकवाने के लिए अनेकों बार हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक केस किए गए। केंद्र सरकार ने हमारी सरकार के जातिगत सर्वे के विरोध में सॉलिसिटर जनरल तक को सुप्रीम कोर्ट में खड़ा किया। नगर निकायों में पिछड़ों/अतिपिछड़ों को आरक्षण व प्रतिनिधित्व देने के विरोध में भी BJP के इशारों पर अनेक बार केस दर्ज किए लेकिन अंत में हमेशा न्याय और सत्य की जीत हुई। संपूर्ण बिहार एवं समस्त वंचित, उपेक्षित, गरीब व अत्यंत पिछड़ा वर्ग जानता है कि बीजेपी गरीब, दलित और पिछड़ा/अति पिछड़ा विरोधी पार्टी है'।