PATNA : दक्षिण भारत की सियासत को इन दिनों बिहार के नेताओं ने गरमा रखा है. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों तेलंगाना से लेकर तमिलनाडु तक में सक्रिय दिखते हैं और अब तेजस्वी की इसी सक्रियता ने कांग्रेस से की बेचैनी बढ़ा दी है. दरअसल, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जिस तरह दक्षिण के क्षेत्रीय नेताओं को उत्तर भारत के क्षेत्रीय नेताओं के करीब ला रहे हैं उसे देखते हुए कांग्रेस की घबराहट बढ़ गई है.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान बिहारियों को लेकर जो टिप्पणी की थी उस पर काफी हो हल्ला मचा था लेकिन अब तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष ने बिहार को लेकर नया विवाद खड़ा कर दिया है. दरअसल, तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने वहां के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के डीएनए को बिहारी बताया है. इतना ही नहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि चंद्रशेखर राव के पूर्वज बिहार से हैं और इसी वजह से इन दिनों तेलंगाना में बिहारियों को ज्यादा तरजीह मिल रही है.
तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ-साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री बिहार से आने वाले पीके की मदद से राज्य के फैसले ले रहे हैं. पिछले दिनों जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा शुरू हुई थी तब यह बात सामने आई थी कि प्रशांत किशोर ने चंद्रशेखर राव समेत अन्य नेताओं के साथ मुलाकात कर इस फार्मूले पर काम किया है.
थोड़े दिन पहले तेजस्वी यादव भी तेलंगाना गए थे और वहां चंद्रशेखर राव से उनकी मुलाकात हुई थी. सियासी गलियारे में यह चर्चा भी नहीं कि चंद्रशेखर राव और तेजस्वी यादव के बीच मुलाकात में बिहार को लेकर कोई नया राजनीतिक फार्मूला तय करने पर चर्चा हुई. साथ ही साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने की पटकथा भी यहीं लिखी गई थी. हालांकि किसी ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की. लेकिन अब चंद्रशेखर राव को लेकर कांग्रेस ने जो बयान दिया है उसके बाद नए सिरे से सियासत तेज हो सकती है.
इसमें कोई दो राय नहीं कि तेजस्वी यादव के रिश्ते दक्षिण के क्षेत्रीय नेताओं से अच्छे नजर आ रहे हैं. चंद्रशेखर राव से तेजस्वी की मुलाकात के बाद अब तेजस्वी तमिलनाडु भी पहुंचे थे. वहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन की किताब के विमोचन के मौके पर तेजस्वी यादव नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं के साथ मौजूद रहे थे.
तेजस्वी का दक्षिण में बढ़ता कद कांग्रेस को परेशान कर रहा है. कांग्रेस के नेताओं को यह लग रहा है कि दक्षिण के राज्यों में बिहारी वोटरों को एक तरफ जहां क्षेत्रीय नेता लामबंद कर सकते हैं वहीं दक्षिण के इन नेताओं से बिहार के नेताओं की अगर अच्छी ट्यूनिंग बन गई तो फिर भविष्य में कांग्रेस के लिए यहां वापसी की उम्मीदें कम हो जाएंगी. ऐसे में अब बिहारी डीएनए को लेकर एक बार फिर से नया बवाल खड़ा हो गया है.