तेजस्वी को आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जाने की इजाजत मिलने पर बोली बीजेपी...लेकिन कब तक बच पाएंगे?..ईडी का सामना करना ही पड़ेगा

तेजस्वी को आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जाने की इजाजत मिलने पर बोली बीजेपी...लेकिन कब तक बच पाएंगे?..ईडी का सामना करना ही पड़ेगा

PATNA: पटना में गंगा नदी पर कच्ची दरगाह व वैशाली के बिदुपुर के बीच बन रहे छह लेन पुल के निर्माण से जुड़ी तकनीक की ट्रेनिंग को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव न्यूजीलैंड व ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने 6 से 18 जनवरी तक देश से बाहर जाने की अनुमति मांगी थी। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने विदेश दौरे की अनुमति दे दी है। 


कोर्ट ने तेजस्वी यादव को 25 लाख रुपये की राशि जमा करने का आदेश दिया है साथ ही पासपोर्ट को एक साल के लिए नवीनीकृत कराने की अनुमति दी है। जबकि पासपोर्ट 10 साल के लिए नवीनीकृत करने की मांग की गयी थी। पहले ऑस्ट्रेलिया फिर न्यूजीलैंड में ट्रेनिंग होगी। ट्रेनिंग में BSRDC के MD शीर्षत कपिल, इंजीनियर खुर्शीद आलम, अरुण कुमार, सुनील कुमार, ब्रजसेन, अभय सिंह, ओपी सिंह, राजकुमार, सलिला भारती और रंजन किशोर भी तेजस्वी यादव के साथ जाएंगे। तेजस्वी यादव के विदेश दौरे पर बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जाने बहाने राहत मिली है लेकिन कब तक बचेंगे तेजस्वी? आखिरकार ईडी का सामना उनको करना ही पड़ेगा। तब राजनीतिक बयान काम नहीं आएंगे।


पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में तेजस्वी यादव को देर-सबेर ईडी के सवालों का तथ्यपरक जवाब देना ही होगा। इस मामले में न राजनीतिक बयान काम आएँगे, न वे बार-बार मिले सम्मन पर अनुपस्थित होकर बच सकते हैं।


सुशील मोदी ने कहा कि भले ही तेजस्वी यादव को आस्ट्रेलिया जाने के लिए ईडी से कुछ दिन राहत मिल गई या तारीख पर तारीख लेकर थोड़े दिन और खैर मना लें, लेकिन उन्हें देश की जांच एजेंसियों को बताना ही होगा कि ये अमित कात्याल कौन है, जिसकी कंपनी ने रेलवे में नौकरी पाने वालों की जमीन खरीदी?


उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना होगा कि वे दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कालोनी के 150 करोड़ के मकान डी-1088के मालिक कैसे बन गए और कौन हैं हृदयानंद चौधरी, जिन्होंने रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी पाने के बदले अपनी कीमती जमीन राबड़ी देवी और हेमा यादव को गिफ्ट कर दी?


सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी के राजनीतिक बयानों से ईडी की जांच प्रक्रिया और परिणाम पर कोई असर पड़ने वाला नहीं हैं, लेकिन उसका ताजा सम्मन जारी होने का असर यह है कि तेजस्वी यादव फिर मुख्यमंत्री की ओर लौट रहे हैं। वे 20 दिन से नीतीश कुमार के साथ मंच साझा नहीं कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि नौकरी के बदले जमीन मामले में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने सीबीआई को पुख्ता सबूत उपलब्ध कराये थे और यह सब नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ था। इन्हीं कागजों के आधार पर सीबीआई ने आरोपपत्र दायर किया और राबड़ी-तेजस्वी समेत कई लोगों को जमानत लेनी पड़ी।


सुशील मोदी ने कहा कि सीबीआई के आरोपपत्र दायर करने और इस आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई से लालू परिवार पर दबाव बढ़ा है। एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक अमित कात्याल की गिरफ्तारी के बाद परिवार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है।