ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल

बढ़ते क्राइम को लेकर तेजस्वी ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा, कहा- बिहार में है थू-शासनी राज, गाजर-मूली की तरह काटे जा रहे लोग

1st Bihar Published by: Updated Tue, 29 Oct 2019 11:08:51 AM IST

बढ़ते क्राइम को लेकर तेजस्वी ने सीएम नीतीश से मांगा इस्तीफा, कहा- बिहार में है थू-शासनी राज, गाजर-मूली की तरह काटे जा रहे लोग

- फ़ोटो

PATNA : बिहार में बढ़ते क्राइम को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार से इस्तीफे की मांग की है.

मंगलवार को तेजस्वी यादव ने लगातार दो ट्वीट किए. पहला ट्वीट कर तेजस्वी ने लिखा कि 'बिहार में गुंडों, बलात्कारियों, माफ़ियाओं, अपराधियों, दुशासनों और राक्षसों का थूशासनी राज है. मुख्यमंत्री जी, कृपया अपने दुलारे-प्यारे और सत्ता संरक्षित, संपोषित एवं संवर्धित गुंडों पर लगाम लगाइये. अब बहुत हो गया. बिहार नहीं संभल रहा तो इस्तीफ़ा दिजीए.'

दूसरा ट्वीट कर तेजस्वी ने लिखा कि 'मुख्यमंत्री जी, प्रदेश में गाजर-मूली की तरह लोग काटे जा रहे है. आपके चंदा वसूली के लक्ष्य ख़ातिर कितनी माताओं की गोद सुनी हो गयी है. अनगिनत बहनों के सुहाग उजड़ गए. असंख्यक बच्चें अनाथ हो गए है. राजनीति से इतर कम से कम मानवता को ही ध्यान में रखते हुए क़ानून व्यवस्था को ठीक करिए.'