PATNA : लंबे अरसे बाद दिल्ली से पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने ऐसी गूगली डाली कि बिहार की सियासत उस पर घूम गई. तेजस्वी यादव ने यह भविष्यवाणी कर दी की नीतीश सरकार अगले एक-दो महीने में चली जाएगी. तेजस्वी के इस बयान के बाद अब उनके विरोधी प्रतिक्रिया देने में जुटे हुए हैं. लेकिन इन दावों के बीच खुद तेजस्वी यादव के एक विधायक की सदस्यता खतरे में पड़ती दिख रही है. मामला विधानसभा चुनाव में जानकारी छिपाने से जुड़ा हुआ है.
दरअसल विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा छोड़कर आरजेडी में शामिल होने वाले भूदेव चौधरी की विधायकी को लेकर संकट खड़ा हो गया है. भूदेव चौधरी ने आरजेडी के टिकट पर धोरैया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की. उन्होंने जेडीयू के मनीष कुमार को शिकस्त दी थी. लेकिन अब जेडीयू के पूर्व विधायक ने सुप्रीम कोर्ट में भूदेव चौधरी के खिलाफ अवमानना का एक मामला दर्ज किया है.
मनीष कुमार की तरफ से आरोप लगाया गया है कि भूदेव चौधरी ने खुद से जुड़ा एक आपराधिक मामला चुनावी हलफनामे में छुपा लिया. अब इस मामले में भूदेव चौधरी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नोटिस जारी किए जाने की खबर है. खबरों के मुताबिक भूदेव चौधरी के साथ साथ सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग, धौरैया विधानसभा क्षेत्र की रिटर्निंग ऑफिसर समेत बांका जिला पदाधिकारी को नोटिस भेजा है.
चुनावी हलफनामे में जानकारी को छिपाना गलत है और आरोप सही पाए जाने पर निर्वाचन भी रद्द किया जा सकता है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को इस मामले में अगली सुनवाई की तारीख तय की है.