PATNA : तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से नीतीश कुमार को रोजगार के मुद्दे पर घेरा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जो सवाल पूछ रहे हैं कि हम पैसे कहां से लाएंगे वह खुद बीजेपी का खंडन कर रहे हैं.
बीजेपी के नेता कैसे रोजगार देने की बात कर रहे थे, यह अब तो नीतीश जी ही बताएंगे. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पूरी व्यवस्था चौपट हो चुकी है. शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी जरूरतों के लिए भी विभागों में सीट रिक्त पड़ी हुई हैं. इन सभी जगहों पर जब भर्ती नहीं होगा तो फिर शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार कैसे होंगे. इन लोगों को तब तक भरोसा नहीं होगा, जब तक हमें एक मौका नहीं मिलेगा. इसलिए हम लोगों से एक मौका मांग रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने बताया कि 15 साल में उनकी क्या उपलब्धि है. पलायन और महंगाई पर क्यों नहीं बोलते. तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या क्रिकेट से आना गुनाह होता है? जो प्लेयर होते हैं उनके अंदर लीडरशिप की क्षमता होती है. वह टीम के अनुसार काम करते हैं. अमित शाह के बिहार नहीं आने को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें इस पर कुछ नहीं कहना है. बस जो जानकारी हमें मिली है वह यहा कि वे बीमार हैं. हम प्रार्थना करेंगे कि वह जल्द स्वस्थ्य हो जाएं.
प्रधानमंत्री के छठ पूजा वाले बयान पर तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि छठ पूजा सूर्य उपासना का महापर्व है. इसमें भगवान भास्कर की आराधना होती है. नेचर की पूजा होती है. भगवान सूर्य सबका कल्याण करेंगे. इस से पहले सोमवार को तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि 'बरोजगारी और मौलिक तथ्यों को दरकिनार कर अगर वो व्यक्तिगत आलोचना कर रहे है तो मैं क्या कह सकता हूँ? अगर कोई कमी है तो उन्हें नेतृत्व कुशलता, नीतिगत फ़ैसलों व वैचारिकता की आलोचना करनी चाहिए ना कि व्यक्तिगत. बिहार की 60 फ़ीसदी आबादी युवा है इन्हें युवा का वोट चाहिए लेकिन नेता नहीं.'