PATNA : लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के समधी चंद्रिका राय के घर के सामने कल से खड़े ट्रकों में जो सामान लदा है वो दहेज का सामान है. यानि लालू-राबडी परिवार और चंद्रिका राय ने स्वीकार कर लिया है कि तेजप्रताप यादव की शादी में दहेज लिया गया था. अब सवाल ये उठ रहा है कि दहेज प्रथा के खिलाफ जोरदार मुहिम चला रहे नीतीश कुमार क्या लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव के साथ साथ चंद्रिका राय के परिवार पर दहेज प्रथा का मुकदमा दर्ज करायेंगे.
तेजप्रताप की शादी में लिया गया दहेज
गौरतलब है कि लालू-राबडी फैमिली में घमासान मचा है. तेजप्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या यादव के बीच विवाद के बीच कल रात नया मोड़ आया. राबड़ी देवी ने दो ट्रकों पर अपनी बहू ऐश्वर्या यादव का सामान लदवाया और उसे चंद्रिका राय के घर भिजवा दिया. चंद्रिका राय ने सामान लेने से इंकार कर दिया है और ट्रक उनके घर के बाहर खडे हैं. इस घमासान ने दहेज के लेन देन की कहानी उजागर कर दी है.
क्या नीतीश करेंगे कार्रवाई
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेज प्रथा के खिलाफ भारी मुहिम चला रखी है. वे उसी शादी में जाते हैं जिसके कार्ड पर ये छपा होता है कि शादी में दहेज लिया-दिया नहीं गया है. बिहार पुलिस को सख्त निर्देश है कि दहेज लेने और देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये. नीतीश कुमार 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनवाने जा रहे हैं जिसका एक नारा दहेजबंदी भी है. अब लालू-राबडी परिवार में दहेज का खेल उजागर हो गया है. तो क्या नीतीश कुमार कार्रवाई का साहस जुटा पायेंगे.
क्या कहता है कानून
वकील गोपाल शंकर के मुताबिक दहेज निषेध अधिनियम 1961 के मुताबिक दहेज लेने या देने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है. इस कानून के मुताबिक दहेज लेने, देने या इसके लेन-देन में सहयोग करने पर 5 सालों की कैद और 15 हजार रूपये जुर्माने का प्रावधान है. दहेज के लिए उत्पीड़न करने पर आईपीसी की धारा 498-A लागू होती है. इसके तहत 3 साल की कैद और जुर्माना हो सकता है.
चंद्रिका राय बोले दहेज नहीं गिफ्ट दिया
इस मसले पर लालू-राबड़ी फैमिली ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है. परिवार का कोई सदस्य कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. वहीं, लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय ने कहा कि उन्होंने शादी में दहेज नहीं बल्कि गिफ्ट दिया था.