GAYA : ठंड में रेल पटरी क्रैक होने का खतरा बढ़ जाता है। इस संभावित खतरें को देखते हुए ट्रैकमैनों को यह निर्देश भी दिया जाता है कि वे चार किलोमीटर अधिक गश्त करें और हर घंटे की रिपोर्ट देते रहें। इसके बाबजूद कभी- कभी बड़े हादसे का नजारा देखने को मिल ही जाता है। हालांकि, रेलवे इसको लेकर काफी एक्टिव भी नजर आती है। ऐसे में अब एक ताजा मामला बिहार के गया से निकल कर सामने आया है। यहां कड़ाके की ठंड से ट्रैक टूट गया, जिसके बाद अधिकारियों के हाथ -पांव फूलने लगे।
दरअसल, गया कोडरमा रेल सेक्शन के गुरपा-गझण्डी घाट रेल सेक्शन में स्थित यदुग्राम रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक टूट गया। इस कारण अप रेल लाइन पर डेढ़ घंटे तक रेल परिचालन बाधित रहा। रेल ट्रैक में टूटे स्थान पर जुगल प्लेट लगाकर 6:40 बजे ट्रेनों का परिचालन बहाल किया गया। बताया गया है कि यदुग्राम स्टेशन में पदस्थापित ट्रैक मेंटेनर अरुण कुमार शनिवार को रेल ट्रैक चेक कर रहा था।
रेल ट्रैक चेक करते हुए शाम करीब 5:10 बजे यदुग्राम स्टेशन के पास रेल किलोमीटर संख्या 422/3-5 पर पहुंचा तो अप लाइन में रेल ट्रैक फैक्चर पाया। तब ट्रैक मेंटेनर ने इसकी सूचना तुरंत यदुग्राम स्टेशन मास्टर को दिया। इसके बाद ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया गया। इस तरह ट्रैक मेंटेनर के सूझबूझ व तत्परता से रेल हादसा टल गया। अधिक ठंड के कारण रेल ट्रैक टूटने का कारण बताया गया है।
वहीं, रेल ट्रैक टूटने की घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी तत्काल उस स्थान पर पहुंचे और रेल ट्रैक टूटने की घटना का जायजा लिया। इसके साथ ही रेलकर्मी टूटे रेल ट्रैक को दुरुस्त करने के कार्य में जुट गए। रेलकर्मियों द्वारा टूटे रेल ट्रैक के स्थान पर जुगल प्लेट लगाकर ट्रेनों का परिचालन बहाल कराया गया। फिलहाल ट्रेनों का परिचालन कॉसन में कराया जा रहा है। रेल ट्रैक टूटने की घटना का कारण शाम 5:10 बजे से 6:40 बजे तक अप रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
उधर, इस घटना को लेकर पहाड़पुर स्टेशन के पीडब्यूआई ने बताया कि रेल ट्रैक टूटने का मुख्य कारण अधिक ठंड पड़ना है। ठंड के कारण रेल ट्रैक में सिकुड़न आ जाता है और रेल ट्रैक टूट जाता है। यदुग्राम स्टेशन के पास शनिवार को भी अधिक ठंड के कारण रेल ट्रैक टूटने की घटना हुई है। हालांकि समय रहते इस पर रेलकर्मी की नजर पड़ गई और रेल परिचालन को रोक दिया गया जिससे वल हादसा टल गई।