PATNA : देश में जिस तबलीगी जमात के मरकज के कारण कोरोना वायरस का फैलाव हुआ उसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार को भी एक अलर्ट भेजा था। 21 मार्च को सभी राज्यों के साथ-साथ बिहार को भी अलर्ट जारी करते हुए आगाह किया था कि तबलीगी जमात के कार्यकर्ताओं पर विशेष निगरानी रखी जाए। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से राज्यों को जारी किए गए अलर्ट में यह साफ तौर पर कहा गया था कि ऐसे लोगों का कोरोना वायरस का टेस्ट कराया जाए और जरूरत पड़ने पर उन्हें क्वॉरेंटाइन भी किया जाए।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का मामला सामने आने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी करते हुए इस पत्र का हवाला दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि उसने राज्यों को पहले ही पत्र लिखकर आगाह कर दिया था लेकिन राज्यों ने केंद्र की तरफ से जारी इस अलर्ट को गंभीरता से नहीं लिया। दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज के अंदर सैकड़ों की तादाद में दमाद के लोग मौजूद रहे और वहां से देश के अन्य हिस्सों में कोरोना का संक्रमण फैला।
आपको बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से पहले पटना के दीघा में तबलीगी जमात के लोगों के एक मस्जिद में छिपे होने का मामला सामने आया था। स्थानीय लोगों ने विरोध जताते हुए जब पुलिस को इसकी जानकारी दी तो आनन-फानन में तबलीगी जमात के लोगों को जांच के लिए ले जाया गया। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर अगर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तबलीगी जमात को लेकर इस तरह का अलर्ट जारी किया था तो उसके बावजूद भी नीतीश सरकार इस मामले पर क्यों नहीं गंभीर हुई।