PATNA : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे मगध यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद से एसवीयू ने पूछताछ की है। आखिरकार वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद गुरुवार को एसवीयू के ऑफिस पहुंचे और अपने ऊपर लगे आरोपों की बाबत पूछताछ में सहयोग किया। एसवीयू के कार्यालय में उनसे 5 घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान पारा भले ही 6 डिग्री सेल्सियस था लेकिन सवालों से परेशान कुलपति के माथे पर पसीना आ गया।
एसवीयू ने वीसी डॉ राजेन्द्र प्रसाद को पहले भी बुलाया था लेकिन वे मेडिकल लीव पर चले गए थे। दोबारा नोटिस मिलने पर वे गोरखपुर से पटना आये और गुरुवार को एसवीयू ऑफिस पहुंचे। इसके बाद एसवीयू के डीएसपी और केस के आईओ ने फाइलों की गट्ठर खोला और सवालों का दौर शुरू हो गया। सूत्रों के मुताबिक शुरूआत में तो कुलपति वीसी की तरह ही पूरे भाव में दिखे लेकिन आधे घंटे बाद ही बॉडी लैंग्वेज बदलना शुरू हो गया। 5 घंटे की पूछताछ में वीसी ने कई बार खुद को निर्दोष भी बताया और विश्वविद्यालय के दूसरे लोगों पर फंसाने की बात कही। एसवीयू ने सवालों की लंबी लिस्ट तैयार कर रखी थी।
एसवीयू की टीम के सामने बैठे वीसी डॉ राजेन्द्र प्रसाद से जब यह पूछा गया कि 2 करोड़ कैश का स्रोत क्या है? इतनी बड़ी रकम घर में कहां से आई? तो उनके माथे से पसीना निकलने लगा। सूत्रों के मुताबिक वीसी इसका भी गोलमोल जवाब देकर सवाल से बचने की कोशिश करते दिखे। एसवीयू ने वीसी से मगध यूनिवर्सिटी और वीरकुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से जुड़े कई सवाल पूछे। आपको बता दें कि वीसी पर 30 करोड़ रुपए की सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप है। उनके यहाँ छापेमारी भी की जा चुकी है।