PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम कोरोना निगेटिव होने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो गए हैं. आज से चुनावी मैदान उतरेंगे. इससे पहले लगातार वह लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासन पर सवाल उठा रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि जंगलराज में किडनैपिंग, फिरौती और गुंडागर्दी फैशन था.
सुशील मोदी ने कहा कि किडनैपिंग, फिरौती और गुंडागर्दी जब फैशन था. जिनके राज में बिहार की बदनामी का उनको नहीं टेंशन था. जब राज्य के हर एक हिस्से में आतंक और अंधेरा था. उस जंगलराज के युवराज फिर वोटर्स को लुभाते हैं. लेकिन जनता को वह तनिक नहीं भाते हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में राजनीति का अपराधीकरण कर आरजेडी ने लोकतंत्र को धूमिल किया है. आरजेडी के बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन ने व्यवसायी चंद्रकेश्वर प्रसाद के 2 पुत्रों को तेजाब में डुबोकर मार दिया. आरजेडी के शासन काल में 1992- 2004 के बीच बिहार में किडनैपिंग के 32,085 मामले सामने आए थे. 1990 के विधानसभा चुनाव में महिषी से लालू प्रसाद की पार्टी से चुनाव लड़ने वाले आनंद मोहन ने गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया की पीट-पीटकर हत्या करवा दी थी. आखिर कौन भूल सकता है कि 90 का वो दशक जब बिहार में राजनीति का अपराधीकरण हो रहा था.
जंगलराज सिर्फ घोटालों को लेकर किया जाता है याद
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों के जेहन में लालू राबड़ी के 15 वर्षों का जंगलराज इस कदर समाया है कि वे लोग दोबारा उस दौर को याद भी नहीं करना चाहते हैं. बिहार के लोग सत्ता और अपराध के गठजोड़ के चलते 15 वर्षों तक पिसते रहे हैं. लालू प्रसाद के राज को जंगलराज घोटालों की वजह से तो कहा ही जाता है, उससे भी ज्यादा राजनीति में अपराध, जातीय नरसंहार, ध्वस्त क़ानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है.