Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
1st Bihar Published by: Updated Tue, 11 Aug 2020 02:25:36 PM IST
- फ़ोटो
DELHI : एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के मामले में रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट के अंदर नया पैंतरा लिया है. अपने वकील के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार की सिफारिश का विरोध जताया है, जो सीबीआई जांच की अनुशंसा से जुड़ा है लेकिन चक्रवर्ती के वकील ने कोर्ट में यह भी कहा है कि अगर चाहे तो इस मामले की जांच सीबीआई से करा ले.
अदालत में रिया चक्रवर्ती की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में यह मांग रखी गई है कि सीबीआई जांच को रद्द किया जाये. इसी दौरान रिया के वकील दीवान ने कोर्ट में यह दलील रखी है. रिया की तरफ से कोर्ट में कहा गया है कि बिहार सरकार ने जिस तरह इस मामले में हस्तक्षेप किया है, वह कार्यपालिका के अधिकारों का उल्लंघन है. अगर न्यायपालिका चाहे तो इस मामले में वह हस्तक्षेप करते हुए सीबीआई जांच के आदेश दे दे.
हालांकि अब तक इस मामले पर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के अंदर या की याचिका पर सुनवाई चल रही है. कोर्ट सीबीआई जांच कराए जाने को लेकर फैसला ले सकता है. कोर्ट में रिया के वकील ने ये भी कहा कि मुंबई पुलिस ने सीलबंद लिफाफे में क्या लिखा है, यह मुझे नहीं पता. लेकिन जांच के दौरान उन्होंने 56 लोगों के बयान लिए. इससे लगता है कि जांच के दौरान काफी कुछ किया गया.
इतना ही नहीं रिया के वकील कोर्ट में इस एफआईआर पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि इस मामले की जीरो एफआईआर की जा सकती थी. इस एफआईआर को सरकार के दखल अंदाज के बाद दर्ज की गई है. रिया के वकील का कहना है कि इस मामले का पटना से कुछ भी लेना देना नहीं है और इसकी जांच मुंबई के कोर्ट में जानी चाहिए.