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1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Sat, 19 Jun 2021 06:33:00 PM IST
SUPAUL: त्रिवेणीगंज अस्पताल अपने कारनामों से हमेशा सुर्खियों में रहा है। एक बार फिर से यह सुर्खियों में आ गया है। दरअसल कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल द्वारा बुनियादी केंद्र को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जहां कागज पर 24 घंटे यह संचालित है लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है। कोविड केयर सेंटर में सिर्फ़ नर्स ही ड्यूटी करती हैं जबकि डॉक्टर अपनी सुविधा के अनुसार यहां ड्यूटी करते हैं। यूं कहे कि अस्पताल की ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर यहां ना के बराबर आते हैं।
आश्चर्य यह जानकर होगा कि इस कोविड केयर सेंटर में लगे एम्बुलेंस का ड्राइवर राहुल डॉक्टर की केबिन में उनकी जगह कुर्सी पर बैठकर ड्यूटी बजाता है। डॉक्टर के केबिन में बैठे एम्बुलेंस ड्राइवर की नजर जब फस्ट बिहार के कैमरे पर पड़ती है तो वह दबंगई से बाज नहीं आता। इस दौरान एम्बुलेंस ड्राइवर यह कहता है कि वीडियो क्यों बना रहे हैं। आखिर बात क्या है बताइए तब वीडियो बनाने देंगे। आपको किसने बोला वीडियो बनाने को...वीडियो बनाने से कोई फायदा नहीं है।
अनुमंडलीय अस्पताल के प्रबंधक प्रेम रंजन ने भी दावा किया कि अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. वीरेंद्र दर्वे अक्सर ही अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं। कोविड केयर सेंटर में 24×7 ड्यूटी में लगे एम्बुलेंस से ड्यूटी के समय वे अपने घर बिहारीगंज लौटते हैं। अगर कोविड केयर सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज़ को खंगाला जाये तो सभी सच्चाई खुद सामने आ जाएगी औऱ पता चल जाएगा कि प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. वीरेंद्र दर्वे कोविड केयर सेंटर में कब-कब कितनी देर ड्यूटी करते हैं।
कोरोना संक्रमण में आई कमी के बाद कोविड केयर सेंटर त्रिवेणीगंज में पिछले बीस दिनों से एक भी मरीज भर्ती नहीं हैं। इसके बावजूद यहां सरकार के निर्देश के अनुसार 24×7 डॉक्टर औऱ एम्बुलेंस की व्यवस्था की गयी है। लेकिन प्रभारी डॉक्टर वीरेंद्र दर्वे की इस लापरवाही से यहां आने वाले मरीजों को तो परेशानी हो रही है साथ ही विभाग की भी बदनामी हो रही है।
प्रभारी उपाधीक्षक की इस तरह की लापरवाही से अस्पताल संचालन में भी परेशानी हो रही है। ये अपनी ड्यूटी न तो अस्पताल में करते हैं औऱ न ही कोविड केयर सेंटर में। पूरे महीने ये कभी भी अपनी ड्यूटी नहीं करते। अस्पताल में इनके कार्यालय के पास और कोविड केयर सेंटर में भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। दोनों जगहों के सीसीटीवी फुटेजों को यदि खंगाला जाय तो इनकी लापरवाही और ड्यूटी से गायब रहने की हकीकत खुद सामने आ जाएगी।
इस मामले पर जब त्रिवेणीगंज एसडीओ शेख जेड हसन से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी अभी मिली है। जिसकी जांच करायी जाएगी। जरूरत पड़ने पर सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।