PATNA : अपने बयानों को लेकर चर्चा में आए बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने आज अपना इस्तीफा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सौंप दिया। सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद यह चर्चा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दबाव में मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। सुधाकर सिंह के इस्तीफे को लेकर जेडीयू ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि यह आरजेडी का अंदरूनी मामला है, सरकार और मंत्री के बीच क्या चल रहा था इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है, इसमें कोई नई बात नहीं है।
बिहार में महागठबंधन की सरकार को बने अभी दो महीने भी नहीं हुए हैं लेकिन अबतक दो मंत्रियों का इस्तीफा हो चुका है, इस सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि दोनों मंत्रियों ने अलग-अलग कारणों से इस्तीफा दिया है, इसलिए इसे एक साथ जोड़कर देखने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सामान्य प्रक्रिया है, इसमें कोई नई बात नहीं है। सुधाकर सिंह ने मंत्री पद से क्यों इस्तीफा दिया, यह आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह बता चुके हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जगदानंद सिंह ने अपने बयान में जिस लड़ाई की बात कही है उसका क्या मतलब है वही बता पाएंगे लेकिन गठबंधन का कोई भी व्यक्ति यही चाहेगा की सरकार ठीक ढंग से चले।
नीतीश कुमार के दबाव में सुधाकर सिंह के इस्तीफे को उन्होंने खारिज करते हुए कहा कि यह सरकार का अंदरूनी मामला है, सरकार और मंत्री के बीच क्या चल रहा था इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह मंत्री रहते हुए सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे थे, यह तो सभी को पता है। हो सकता है कि उनकी पार्टी के अंदर कोई बात आई होगी। कुशवाहा ने कहा है कि सुधाकर सिंह ने पहले कहा था कि जिस दिन लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव कहेंगे वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। यह मामला आरजेडी का है ऐसे में हम उसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।