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1st Bihar Published by: 9 Updated Mon, 01 Jul 2019 10:58:35 PM IST
KATIHAR: पुणे में दीवार गिरने से मारे गए मजदूरों की लाश को उनके घरवालों को सौंप दिया गया है. अपनों को खो चुके कई परिवारों के घरों का चूल्हा बंद है. बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है लेकिन सांत्वना देने पहुंचे राज्य सरकार के मंत्री बिनोद नारायण सिंह ने पीड़ितों के जख्म पर मरहम लगाने के बदले उन्हें और हरा ही कर दिया. मंत्री बिनोद सिंह का मानना है कि एक न एक दिन तो लोगों को मरना ही है. साथ ही कई जिलों के लोग शौक से मजदूरी करने दूसरे प्रदेशों में जाते हैं. मंत्री बिनोद सिंह का अटपटा बयान अब ये मंत्री महोदय को कौन समझाए कि मंत्री जी कोई शौक से मजदूरी करने हजारों किलोमीटर दूर नहीं जाता. कोई अपने परिवार को सालों भर छोड़ कर बाहर नहीं रहना चाहता. लेकिन पेट की आग और बेहतर जिंदगी जीने की चाहत उसे दूर ले जाती है घर से, परिवार से. भला बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमने वाले और भारी सुरक्षा के बीच रहने वाले मंत्री जी को यह बात कौन समझाए. इतना ही नहीं मंत्रीजी का एक तर्क और भी है वो कहते हैं कि सबों को तो एक न एक दिन मरना ही है. सरकार के कामों की सराहना सरकार की कमियों को छुपाने के लिए मंत्री जी के पास ढेरों तर्क हैं. सूबे में आए बदलाव को भी मंत्री बिनोद सिंह सरकार की बड़ी सफलता मानते हैं और कहते हैं कि पहले के शासनकाल और वर्तमान शासनकाल के चलते बहुत ज्यादा फर्क आया है. बिनोद सिंह कहते हैं कि अब कम लोग मजदूरी करने बाहर जाते हैं. लेकिन उन्हें अब आंकड़े कौन दिखाए. सूबे से परदेश जाने वाली ट्रेनों की हालत मंत्री जी जरा देखते एक बार तो उन्हें अपनी कही बातों पर पछतावा जरुर होता. मदद का भरोसा हां ये बात जरुर है कि पीड़ित परिवारों को ढाढस बंधाने उनके घर पहुंचे बिनोद नारायण सिंह ने उन्हें सरकारी मदद का पूरा भरोसा दिया और कहा कि मुआवजे के नाम पर जो भी मदद की जरुरत होगी वो सभी मदद पीड़ितों के परिजनों को दी जाएगी.