SSC Exam 2024: परीक्षा हॉल में दर्जनों फर्जी अभ्यर्थी, बगल की बिल्डिंग में असली परीक्षार्थी, Bihar में हुए इस खेल को जानकर होश उड़ जायेंगे

SSC Exam 2024: परीक्षा हॉल में दर्जनों फर्जी अभ्यर्थी, बगल की बिल्डिंग में असली परीक्षार्थी, Bihar में हुए इस खेल को जानकर होश उड़ जायेंगे

PURNIA: केंद्रीय Staff Selection Commission (SSC)  की परीक्षा में बिहार में ऐसा खेल हो रहा था, जिसे जानकर आपके होश उड़ जायेंगे. देश भर में पेपर लीक से लेकर परीक्षा में दूसरी गड़बड़ियों को लेकर लगातार हंगामे के बावजूद बिहार में बड़ा खेल हो रहा था. फर्जीवाड़े के इस खेल में SSC के फ्लाइंग स्क्वायड के भी शामिल होने की आशंका है. लेकिन, बिहार पुलिस (Bihar Police) की सक्रियता से पूरे मामले का खुलासा हो गया.


केंद्रीय एसएससी की परीक्षा में बड़ी धांधली का बिहार की पूर्णिया पुलिस ने खुलासा किया है. बड़े लेवल के फर्जीवाड़े के इस मामले में अंतर्जिला गिरोह के 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से 4.50 लाख रुपये कैश समेत अन्य कई सामान बरामद किए गए. पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने गुरुवार मीडिया को पूरे मामले की जानकारी दी. 


पूर्णिया के एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सात कर्मचारियों के साथ साथ 12 फर्जी परीक्षार्थी शामिल हैं. गिरफ्तार किये गये लोगों में वैसे परीक्षार्थी भी शामिल हैं, जिनके बदले में फर्जी परीक्षार्थी इक्जाम दे रहे थे. पूर्णिया पुलिस ने इस मामले में SSC यानि स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के उड़नदस्ता टीम की भूमिका भी संदिग्ध पाई है. पुलिस उसकी भी जांच करने में लगी है. 


ऐसे हो रहा था फर्जीवाड़ा

दरअसल, पूर्णिया शहर के सदर थाना इलाके के हांसदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल एग्जामिनेशन सेंटर पर एसएससी एमटीएस की परीक्षा आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी. पुलिस खबर मिली थी कि परीक्षा में जबरदस्त सेटिंग हुई है और जमकर गड़बड़ी की जा रही है. ऐसे में पूर्णिया पुलिस की टीम ने परीक्षा केंद्र पर छापेमारी की. 


एक्जाम हॉल में फर्जी और बगल के मकान में असली

पुलिस की टीम ने परीक्षा सेंटर पर छापेमारी की और वहां परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों की जांच पड़ताल की. पता चला कि वहां 12 फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे. पुलिस की छानबीन के दौरान फर्जी परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक हाजिरी का मिलान नहीं हो पाया. लेकिन SSC का रिकार्ड बता रहा था कि सारे परीक्षार्थी असली हैं औऱ उनका बायोमेट्रिक मिलान करने के बाद ही उन्हें परीक्षा देने दिया जा रहा है.


पुलिस ने इसके बाद छानबीन का दायरा बढाया. परीक्षा सेंटर की तलाशी ली गयी तो पता चला कि वहां से एक पतला केबुल पास के एक दूसरे मकान तक पहुंचाया गया है. पुलिस ने पास के उस मकान में रेड किया तो वहां 12 मूल परीक्षार्थी तथा दो अन्य व्यक्ति पाए गए. दरअसल, पूरी प्लानिंग के साथ केबल के जरिए परीक्षा नियंत्रण लैब में परीक्षा अवधि के दौरान इन और आउट का उन छात्रों से फर्जी बायोमैट्रिक हाजिरी बनाई जा रही थी. उसी बिल्डिंग में मूल परीक्षार्थी की एसएससी की कॉपी भरवाई जा रही थी. 


मामला ऐसा था कि बगल की बिल्डिंग में मौजूद परीक्षार्थी वहीं से बायोमैट्रिक मशीन के जरिये परीक्षा में इन और आउट दिखा रहे थे. परीक्षा हॉल में बैठे फर्जी परीक्षार्थी सिर्फ दिखावे के लिए बैठे थे. बगल की बिल्डिंग में बैठे असली परीक्षार्थियों को आराम से नकल कर परीक्षा देने की सुविधा मिली हुई थी. 


बड़े गिरोह का काम

पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि हर छात्र से साढ़े दस लाख रुपये में SSC परीक्षा पास कराने की डील की गई थी. ये बड़ा सिंडिकेट है, जिसमें शेखपुरा, कटिहार, पटना, वैशाली, नालंदा जैसे जिलों के माफिया शामिल हैं. इसमें पटना तथा कटिहार जिले के माफिया का मुख्य हाथ है. पुलिस के मुताबिक कटिहार जिले का रौशन इस रैकेट का मुख्य सरगना है. वह पकड़ में नहीं आया है लेकिन उसकी तलाश की जा रही है. 


पुलिस ने गिरफ्त में आये आरोपियों के कब्जे से 4.50 लाख कैश के साथ तीन लैपटॉप, एक प्रिंटर, 18 मोबाइल, दो बाइक, दो कारें, एक वाईफाई, एक डीवीआर, एक यूपीएस, एक सीपीयू, एक मॉनिटर, 12 ब्लैंक चेक, 22 एटीएम कार्ड, 52 आधार कार्ड, 40 ई- प्रवेश पत्र, सात मूल कागजात आदि बरामद किए हैं. कटिहार का रोशन सरगना है जिससे साढ़े 10 लाख में डील हुई थी।