PATNA : बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार के मामले में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव और उसके बाद मुख्य सचिव डीजीपी को सुनवाई के लिए बुलाए जाने के मसले पर आज सदन में जोरदार हंगामा हुआ. विधानसभा अध्यक्ष के साथ दुर्व्यवहार के मामले पर आरजेडी और बीजेपी आज एक साथ खड़ी नजर आई. सदन में इस मामले पर आरजेडी विधायक ललित यादव ने सबसे पहले दोषी अधिकारियों पर एक्शन की मांग की. साथ ही साथ बिहार के डीजीपी के तरफ से स्पीकर का मजाक उड़ाए जाने का आरोप भी लगाया.
विधानसभा में इस मामले पर आरजेडी के बाद विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने वाले बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने भी इस मामले में डीजीपी के रवैये पर सवाल खड़े किये. संजय सरावगी ने आरोप लगाया कि डीजीपी जब स्पीकर से मिलकर निकले तो बाहर उनका बॉडी लैंग्वेज ऐसा था जैसे वह आसन का मजाक उड़ा रहे हो. इस मामले को लेकर संजय सरावगी ने डीजीपी के ऊपर भी गंभीर आरोप लगाए.
विधानसभा में इस मसले पर प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही बाधित रही और काफी देर तक अलग-अलग सदस्यों ने अपनी बात रखी. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी दोषी अधिकारियों पर एक्शन की मांग की. इसके बाद सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी जवाब देने के लिए खड़े हुए. विजय कुमार चौधरी ने कहा कि किसी भी कीमत पर दोषी अधिकारी नहीं बचेंगे. लेकिन जब मामले को खुद विधानसभा अध्यक्ष देख रहे हैं तो इस तरह सदन में हंगामा ठीक नहीं.
विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सदन में हंगामा बताता है कि विपक्षी विधायकों और सदस्यों को आसन पर भरोसा नहीं है. मंत्री विजय चौधरी के इस बयान पर स्पीकर विजय सिन्हा भी नाराज हुए और उन्होंने सदन में विधायकों से सहमति ली कि उन्हें आसन पर भरोसा है या नहीं. इसके बाद सभी सदस्यों ने खड़े होकर आसन में विश्वास जताया.
स्पीकर से दुर्व्यवहार के मामले में विधानसभा के अंदर हंगामा इतना बढ़ा कि आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा अध्यक्ष ने 11:45 बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई है. अब कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में ही मौजूदा मसलों पर चर्चा होगी और फिर सहमति बनाकर सदन चलाने का प्रयास किया जाएगा.