DESK : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री पर सख्ती से अंकुश लगाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि ऐसी सामग्री जो भारतीय संस्कृति से मेल नहीं खाती, सोशल मीडिया पर उसकी पोस्ट पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में कड़े कानून लागू करने की भी बात कही है।
उन्होंने मीडिया और समाज के सामने मौजूद चार प्रमुख चुनौतियों पर बात की। वैष्णव ने कहा कि पारंपरिक मीडिया आर्थिक पक्ष पर नुकसान झेल रहा है। इसकी वजह है कि खबरें तेजी से पारंपरिक माध्यमों से डिजिटल माध्यमों की ओर स्थानांतरित हो रही हैं। पारंपरिक मीडिया को कंटेंट निर्माण में किए गए प्रयासों का समुचित प्रतिफल दिया जाना चाहिए। यह जिम्मेदारी इस कंटेंट का इस्तेमाल करने वाले मध्यस्थ प्लेटफार्म्स की है। उन्हें पारंपरिक मीडिया के प्रयासों की भरपाई करनी चाहिए।
इसके आगे दिलीप जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे देश और उन देशों की संस्कृति में बहुत अंतर है, जहां से ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आए हैं। मुझे उम्मीद है कि विपक्ष इस पर चर्चा करेगा। हम इस पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। इसके आगे मंत्री ने कहा कि आज के समय में सोशल मीडिया के कई सारे प्लेटफॉर्म सामने आए हैं। इन प्लेटफॉर्मों पर कुछ भी परोसा जा रहा है। जाहिर है इन सामग्रियों की वजह से हमारे युवा गुमराह हो रहे हैं।
इधर,अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि “सोशल मीडिया में भी खासतौर पर बहुत से लोगों के पर्सनल प्रोफाइल पर बहुत सारी ऐसी सामग्रियां होती हैं जो भारतीय संस्कृति से बिल्कुल अलग हैं। उन्होंने कहा कि इन सामग्रियों पर अंकुश लगाने की जरूरत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर परोसी जा रही ऐसी आपत्तिजनक सामग्री पर कड़ी नजर रखने के लिए एक निगरानी संस्था की भी जरूरत है।