PATNA : बिहार में जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ महीने पहले मशरक और अब सीवान के एक गांव में जहरली शराब के सेवन से 5 लोगों की मौत हो गई है। इसके आलावा गोपलगंज में भी एक मौत हुई है। जिसके बाद अब इसको लेकर एक बार फिर से बिहार में शराबबंदी और पुलिस प्रसाशन पर सवाल उठाना शुरू हो गया है। इसी कड़ी में अब एडीजी मुख्यालय ने सीवान जहरीली शराबकांड का खुलासा किया है।
एडीजी मुख्यालय ने सीवान कांड का खुलासा करते हुए कहा कि, इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस महकमे ने पहचान लिया है। इसके बाद अब इसकी गिरफ्तारी और इस मामले की जांच को लेकर पुलिस ने एक टीम का गठन किया है। अब यह टीम अपने तरीके से छापेमारी कर रही है। यहां शराब कोलकत्ता से मंगवाया गया था।
एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार ने कहा कि, सिवान में सैनेटाईजर के नाम पर कोलकाता से स्प्रिट मंगाया गया था। इनलोगों ने इसी का सेवन किया था। पुलिस के तरफ से इस मामले में अबतक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके आलावा अन्य लोगों की गिरफ़्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है। इस घटना को लेकर खुद डीआईजी घटनास्थल पर कैम्प कटर रहे हैं। यहां अबतक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह आकड़ा 5 लोगों को बताया जा रहा है।
आपको बताते चलें कि, सिवान जिले के लकड़ी नवीगंज थाना इलाके की भोपतपुर पंचायत के बाला गांव में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 6 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। जिनका उपचार सिवान सदर अस्पताल में चल रहा है। सिवान के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह कहा जा सकता है कि इन चार लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है या इसकी वजह कुछ और है। लेकिन, अब यह बताया गया है कि यहां यह मौत कोलकत्ता से आई हुई स्प्रिट पीकर हुई है।