SITAMARHI : बिहार में वैसे तो पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू है. लेकिन शराबबंदी कानून का मखौल खुद सरकार के नुमाइंदे ही उड़ा रहे हैं. दरअसल, सीतामढ़ी जिले से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो बिहार में शराबबंदी का पोल खोल रही हैं. तस्वीरों में साफ़ तौर पर देखा जा रहा है कि सरकारी कर्मी शराब के नशे में इतने टल्ली हैं कि ऑफिस के टेबल पर ही नाच कर रहे हैं.
मामला सीतामढ़ी जिले के डुमरा नगर पंचायत का है. जहां नगर पंचायत कार्यालय में अधिकारियों की शराब पार्टी की कई तस्वीरें सामने आई हैं. जो शराबबंदी कानून की पोल खोल रही हैं. बताया जा रहा है कि पंचायत कार्यालय में 3 घंटे तक सीसीटीवी कैमरे को ऑफ कर इस पार्टी का आयोजन किया गया था,. जिसमें साहब की ओर से चखना के लिए मीट और मछली का पूरा इंतजाम किया गया था.
पार्टी की तस्वीरें सामने आने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है. दरअसल टैक्स दारोगा से बड़ा बाबू बनने की ख़ुशी में दिनकर कुमार ने मांस, मछली और शराब की पार्टी का आयोजन किया था. इस पार्टी में कार्यपालक पदाधिकारी दीपक झा, नगर पंचायत उपाध्यक्ष गजेंद्र राय और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों ने जमकर शराब पार्टी का मजा लिया.
पार्टी के दौरान नगर पंचायत कार्यालय के सीसीटीवी भी बंद करवा दिया गया ताकि शराब पार्टी की करतूत कैमरे में कैद न हो. शराब का नशा जब परवान चढ़ा तो डुमरा नगर पंचायत के उपाध्यक्ष गजेन्द्र राय पद की गरिमा को तार-तार करके ऑफिस के दस्तावेज वाले टेबल पर आसमान की ओर टांग उठा कर शराब के नशे नाचने लगे.
इस मामले की पोल वार्ड नंबर 7 के वार्ड पार्षद मृत्युंजय कुमार ने खोली है. उन्होंने डीएम को आवेदन देते हुए इस पूरे मामले से अवगत कराया है. जिसके बाद एएसडीओ रोचना माद्री को इस मामले की जांच की कमान दी गयी है. कार्यालय में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को आरोप के आधार पर खंगाला जा रहा है कि आखिर क्यों कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज को 3 घंटे के लिए बंद किया गया.