DARBHANGA : बिहार और यहां के लोग अपने अजीबो -गरीब कारनामों की वजह से अक्सर सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। लेकिन, कभी -कभी उनकी यह हाल ही उनपर भारी पड़ जाती है और फिर जान से भी हाथ धोने की नौबत आ जाती है। अब एक ऐसा ही मामला दरभंगा से निकल कर सामने आ रहा है। जहां बिहार में अपराध कर दिल्ली आए एक अपराधी को पुलिस अरेस्ट कर वापस अपने साथ ले जा रही थी। इसी दौरान भागने के लिए कैदी ने जो बहाना और तरीका अपनाया वो उस पर महंगा पड़ गया और जान से भी हाथ गवांनी पड़ी।
मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली से एक कैदी को बिहार पुलिस ट्रेन से दरभंगा ले जा रही थी। इसी बीच मौका देखकर उसने ट्रेन से भागने की कोशिश की और वह ट्रेन से कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। अब परिवार वालों ने पुलिस पर साजिश कर हत्या का आरोप लगाया है। हालांकि,पुलिस ने शव को गांव पंहुचा दिया है।
बताया जाता है कि, दरभंगा जिले के बेनीपुर उपकारा से छह महीने पहले 10 जुलाई को यह कैदी फरार हो गया था। लेकिन, उसे पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बंदी सोनू कुमार को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन से बिहार की पुलिस दरभंगा ले जा रही थी। तभी गुरुवार की देर रात लगभग ढाई बजे सराय भूपत स्टेशन के पास कैदी ने बाथरूम जाने को कहा। बाथरूम जाने के दौरान कैदी ने ट्रेन से भागने की कोशिश की और वो चलती ट्रेन से नीचे गिर गया। जहां ट्रेन से गिरने के बाद कैदी की मौके पर ही मौत हो गई। जसिके बाद पुलिस ने ट्रेन रुकवाकर जीआरपी को सूचना दी।
सोनू को दरभंगा पुलिस ने दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। जहां सोनू की शादी दरभंगा जिले के पतोर गांव में हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही सोनू पर हत्या का आरोप लगा था। इसी मामले में दरभंगा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। सोनू कुमार अपने मां बाप का इकलौता बेटा था। सोनू की उम्र सिर्फ 18 साल की थी।
सोनू की शादी दरभंगा जिला के पतोर थाना क्षेत्र के पतोर गांव में सोनी कुमारी के साथ हुई थी। इस पर आरोप था कि दहेज ना मिलने पर सोनू ने ही सोनी कुमारी की हत्या की, जिसके बाद दरभंगा पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार किया था. लेकिन कुछ दिन बाद सोनू पुलिस को चकमा दे कर फरार हो गया था. हाल ही में दिल्ली में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. वही मृतक सोनू की मां ने कहा की पुलिस की लापरवाही की वजह से सोनू की जान गई है।